नई दिल्ली। महाराष्ट्र के अमरावती से सांसद और बीजेपी नेत्री नवनीत कौर राणा को उनके जाति प्रमाण पत्र मामले में सुप्रीम कोर्ट से आज बड़ी राहत मिली। नवनीत ने शीर्ष अदालत में बॉम्बे हाई कोर्ट के उनके जाति प्रमाण पत्र को रद्द करने के फैसले को चुनौती दी थी। नवनीत ने अमरावती सीट जो अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है, वहां से निर्दलीय सांसद का चुनाव जीता था। बॉम्बे हाईकोर्ट ने जून 2021 को कहा था कि नवनीत ने फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल कर जाति प्रमाणपत्र बनवाया। हाईकोर्ट ने उन पर 2 लाख रुपए जुर्माना भी लगाया था। सुप्रीम कोर्ट में जस्टिस जे.के. माहेश्वरी और जस्टिस संजय करोल की बेंच ने अपने फैसले में हाई कोर्ट के फैसले को रद्द करते हुए कहा गया कि नवनीत कौर राणा के जाति प्रमाण पत्र में कोई भी गड़बड़ी नहीं है। इसी के साथ अब अमरावती सीट से आने वाले लोकसभा चुनावों के लिए नवनीत राणा के नामांकन का रास्ता भी साफ हो गया।
#BREAKING #SupremeCourt sets aside the Bombay HC judgment which quashed the SC caste certificate of Amravati MP Navneet Rana.
She won the 2019 Lok Sabha elections from a constituency reserved for Scheduled Castes.#NavneetKaurRana pic.twitter.com/fR0B9cq2oW
— Live Law (@LiveLawIndia) April 4, 2024
गौरतलब है कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आवास मात्रोश्री के बाहर हनुमान चालीसा का पाठ करने के बाद से नवनीत राणा चर्चा में आई थीं। नवनीत राणा के पति रवि राणा विधायक है। नवनीत राणा ने 2014 में लोकसभा चुनाव में एनसीपी के टिकट पर अमरावती सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन वह हार गई थीं। इसके बाद नवनीत कौर राणा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में निर्दलीय लड़कर जीत हासिल की। इसके बाद कांग्रेस और एनसीपी ने उन्हें अपना समर्थन दिया था। राजनीति में आने से पहले नवनीत कौर राणा माडल भी रह चुकी हैं। इसके अलावा उन्होंने पंजाबी और साउथ की फिल्मों में भी बतौर अभिनेत्री काम किया है। नवनीत राणा अभी हाल ही में बीजेपी में शामिल हुई हैं। इसके बाद भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति ने अमरावती सीट से पार्टी के उम्मीदवार के रूप में उनके नाम की घोषणा की।