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Jahangirpuri case: जहांगीरपुरी मामले पर राणा अयूब ने PM मोदी के खिलाफ उगला जहर, पूर्व अमेरिकी टेनिस खिलाड़ी ने किया समर्थन तो लोगों ने बजाई बैंड

Jahangirpuri case: मार्टिना नवरातिलोवा ने राणा अयूब के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए लिखा, निश्चित रूप से यह स्वीकार्य नहीं है, ना मोदी? बता दें कि इससे पहले मार्टिना नवरातिलोवा भारत की राजनीति पर ट्वीट कर विवादों में घिर गई थी।  

नई दिल्ली। प्रोपगेंडा के तहत एक नेरेटिव सेट करने के लिए देश के मुसलमानों को भड़काने वाली तथाकथित पत्रकार राणा अयूब एक बार फिर विवादों में है। राणा अयूब मोदी सरकार के खिलाफ जहर उगलने का कोई मौका नहीं छोड़ती है। शायद ही ऐसा कोई मुद्दा होगा जिसे वे अपने हाथ से जाने देती हो। अक्सर राणा अयूब हर मसले को मोदी विरोधी लबादे में लपेटकर उसे केंद्र के खिलाफ मोर्चा खोलने में इस्तेमाल करती हैं। एक बार फिर राणा अयूब जहांगीरपुरी हिंसा को लेकर भारत सरकार पर निशाना साधा है। दरअसल राणा ने एक न्यूज चैनल का वीडियो ट्वीट किया है। खास बात ये है कि उनके इस ट्वीट पर पूर्व अमेरिकी टेनिस खिलाड़ी और कोच मार्टिना नवरातिलोवा ने सपोर्ट किया है और पीएम मोदी पर निशाना साधने की कोशिश की। मार्टिना नवरातिलोवा ने राणा अयूब के ट्वीट को रिट्वीट करते हुए लिखा, निश्चित रूप से यह स्वीकार्य नहीं है, ना मोदी? बता दें कि इससे पहले मार्टिना नवरातिलोवा भारत की राजनीति पर ट्वीट कर विवादों में घिर गई थी।

इससे पहले राणा अयूब ने वीडियो साझा करते हुए लिखा था कि, ”राजधानी दिल्ली में सांप्रदायिक दंगे भड़क उठे। इस वीडियो को देखिए, हिंदू कट्टरपंथी पिस्तौल और हथियार मस्जिदों के आगे गुजर रहे है और क्या होता है? 14 मुस्लिमों को आरोपी के तौर पर गिरफ्तार किया गया है। यह सब नरेंद्र मोदी के आवास से कुछ ही मील की दूरी पर हो रहा है।” बता दें कि बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सफलताओं पर लिखी ‘पुस्तक’ का जिक्र कर राणा अयूब ने अपनी भड़ास निकाली थी।

लोगों ने लगाई मार्टिना नवरातिलोवा और राणा अयूब की क्लास

उधर, जहांगीरपुरी हिंसा मामले में मोदी सरकार पर निशाना साधने वाले मार्टिना नवरातिलोवा और राणा अयूब ने लोगों ने सोशल मीडिया पर जमकर क्लास लगा दी।

आपको बता दें कि वर्तमान में राणा अयूब धनशोधन मामले में ईडी की जांच का सामना कर रही है। उन पर आरोप है कि उन्होंने मुफलिसों की मदद के नाम पर विलायत से प्राप्त किए गए वित्त का उपयोग जररूतमंदों को न करते हुए अपने निजी हित के लिए किया था। जिसे लेकर अब पत्रकार के खिलाफ जांच चल रही है।