नई दिल्ली। नीट यूजी परीक्षा के पेपर लीक को लेकर देशभर में हंगामा मचा है। छात्र और विपक्षी दल इस इम्तिहान को रद्द कर दोबारा कराने की मांग कर रहे हैं। वहीं, मोदी सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने नीट पेपर लीक मामले की जांच सीबीआई को सौंपी है। सुप्रीम कोर्ट में नीट यूजी पेपर लीक मामले पर सुनवाई भी चल रही है। इन सबके बीच अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस में खबर है कि अब नीट का पेपर भी ऑनलाइन मोड में कराया जा सकता है।
अब तक नीट के पेपर ऑफलाइन मोड में कराए जाते रहे हैं। हालांकि, मोदी सरकार ने पहले एलान किया था कि नीट के पेपर 2019 से ऑनलाइन होंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। नतीजे में पेपर के साथ ओएमआर शीट भी छपती है और ऑफलाइन होने के कारण पेपर लीक की आशंका भी बनी रहती है। अब सरकार नीट परीक्षा को भी ऑनलाइन मोड में उसी तरह कराने के बारे में विचार कर रही है, जैसा कि आईआईटी व इंजीनियरिंग के लिए जेईई परीक्षा होती है। एनटीए की परीक्षाओं में सुधार के लिए सरकार ने जो कमेटी बनाई है, उसने इस पर विचार किया है।
जेईई के एक्जाम के लिए हर अभ्यर्थी को खास कम्प्यूटर अलॉट होता है। परीक्षा शुरू होते ही उसमें अभ्यर्थी के लिए पेपर आता है। पेपर को कम्प्यूटर पर ही सॉल्व करना होता है। परीक्षा का समय खत्म होने के साथ ही पेपर और आंसरशीट अपने आप लॉक हो जाती है। जेईई की परीक्षा में पेपर को छापने या उसे एक से दूसरी जगह ट्रांसपोर्ट करने का कोई काम नहीं होता और इस वजह से आज तक जेईई का कोई पेपर लीक नहीं हुआ है। हालांकि, इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग यानी एनएमसी ही नीट की परीक्षा ऑनलाइन कराने के बारे में अंतिम तौर पर फैसला लेगा।