
नई दिल्ली। नीट पेपर लीक का मास्टरमाइंड संजीव मुखिया आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया है। एसटीएफ ने संजीव मुखिया को बिहार के पटना से गिरफ्तार किया है। उस पर तीन लाख रुपए का इनाम घोषित था। पिछले साल मई 2024 में हुए नीट पेपर लीक के बाद से ही संजीव मुखिया फरार चल रहा था। पुलिस तब से लगातार उसे पकड़ने के लिए प्रयासरत थी। अब पेपर लीक के 11 महीने बाद एसटीएफ को उसे पकड़ने में सफलता हाथ लगी है। ऐसा माना जा रहा है कि संजीव मुखिया से पूछताछ के बाद इस कांड से जुड़े कुछ और लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है।
पटना सिविल कोर्ट ने संजीव मुखिया के खिलाफ गैर गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। कोर्ट ने आदेश दिया था कि अगर उसकी गिरफ्तारी नहीं होती है या उसने सरेंडर नहीं किया तो उसके घर की कुर्की की जाएगी। संजीव मुखिया मूल रूप से बिहार के नालंदा जिले के नगरनौसा गांव का रहने वाला है। गांव में उसे लोग लूटन के नाम से जानते हैं। संजीव का बेटा शिवकुमार बिहार शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में पहले ही जेल में बंद है। संजीव मुखिया के तार पेपर लीक गिरोह में बहुत अंदर तक फैले हुए हैं। उसका नेटवर्क बिहार के अलावा उत्तर प्रदेश, झारखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, ओडिशा तक फैला हुआ है।
2016 में बिहार सिपाही भर्ती पेपर लीक मामले में भी संजीव मुखिया का नाम सामने आया था। उसी साल उत्तराखंड मेडिकल एंट्रेंस का पेपर लीक कराने के आरोप में संजीव मुखिया को गिरफ्तार भी किया गया था, हालांकि बाद में सबूतों के अभाव में उसे जमानत मिल गई थी। आपको बता दें कि 5 मई को ही देश भर के 571 शहरों में 4750 केंद्रों पर नीट 2024 की परीक्षा आयोजित की गई थी। परीक्षा के कुछ ही घंटों के बाद सोशल मीडिया पोस्ट पर पेपर लीक का दावा करने वाले कई पोस्ट सामने आए। परीक्षा आयोजित कराने वाली संस्था एनटीए ने हालांकि पहले तो पेपर लीक से संबधिंत सभी खबरों को तरह से निराधार और तथ्यहीन करार दिया था लेकिन बाद में उसने माना कि चूक हुई है। नीट पीपर लीक होने के बाद काफी बवाल मचा था।