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जम्मू-कश्मीर के नए उपराज्यपाल होंगे मनोज सिन्हा, जीसी मुर्मू का इस्तीफा स्वीकार

मनोज सिन्हा पूर्व में गाजीपुर से सांसद रहे हैं और पूर्वी उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के बड़े चेहरे हैं। हालांकि, 2019 का लोकसभा चुनाव वो हार गए थे, जिसे एक बड़ा झटका माना गया था।

नई दिल्ली। मोदी सरकार-1 में केंद्रीय मंत्री रहे और भारतीय जनता पार्टी के नेता मनोज सिन्हा को जम्मू-कश्मीर का नया उपराज्यपाल बनाया गया है। बता दें कि बुधवार शाम को गिरीश चंद्र मुर्मू ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल के पद से इस्तीफा दे दिया था। जिसके बाद गुरुवार सुबह राष्ट्रपति भवन की तरफ से मनोज सिन्हा की नियुक्ति का ऐलान किया गया है।

GC Murmu

बता दें कि 5 अगस्त को ही जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटे एक साल पूरा हुआ है, इसी बीच बुधवार शाम को अचानक जीसी मुर्मू के इस्तीफे की खबर आई थी। मुर्मू का इस्तीफा राष्ट्रपति ने स्वीकार कर लिया है। अब जब मनोज सिन्हा को नए LG की जिम्मेदारी सौंपी गई है, मतलब साफ है कि एक बार फिर जम्मू-कश्मीर के उच्चस्थ पद पर राजनीतिक एंट्री हुई है। इससे पहले जब जम्मू-कश्मीर पूर्ण राज्य था तब सत्यपाल मलिक यहां के राज्यपाल थे, लेकिन जब केंद्रशासित प्रदेश बना तो अधिकारी जीसी मुर्मू को भेजा गया। जीसी मुर्मू की गिनती भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खास अधिकारियों में होती रही है।

वहीं मनोज सिन्हा पूर्व में गाजीपुर से सांसद रहे हैं और पूर्वी उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के बड़े चेहरे हैं। हालांकि, 2019 का लोकसभा चुनाव वो हार गए थे, जिसे एक बड़ा झटका माना गया था। मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में मनोज सिन्हा मंत्री रह चुके हैं और उनके पास रेलवे के राज्यमंत्री और संचार राज्यमंत्री का कार्यभार था।

Manoj Sinha

इसके अलावा मनोज सिन्हा के राजनीतिक असर के मायने आप इसी बात से निकाल सकते हैं कि, जब 2017 में भाजपा यूपी विधानसभा चुनावों में बहुमत में आई तो सीएम पद के दावेदारों में मनोज सिन्हा का भी नाम सामने आया था। तब मनोज सिन्हा ही मुख्यमंत्री पद की रेस में सबसे आगे थे। वो दिल्ली से वाराणसी पूजा करने पहुंच गए थे और उम्मीद में थे कि मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे।