नई दिल्ली। पहली बार ईडी ने संजय भंडारी केस में रॉबर्ट वाड्रा पर बड़ा आरोप लगाया है। ईडी ने अपने बयान में कहा कि वाड्रा ने मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए प्राप्त की गई राशि का उपयोग लंदन में अपने घर का रेनोवेशन कराने के लिए किया था। यही नहीं, वाड्रा बाकायदा इस घर में रुके भी हुए थे। ईडी के इस बयान के अब कई मायने निकाले जा रहे हैं। बहरहाल, अब आगामी दिनों में जांच एजेंसी की क्या कार्रवाई होती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी, लेकिन आइए उससे पहले जरा ये जान लेते हैं कि आखिर संजय भडारी का मामला क्या है ?
जानिए पूरा माजरा
दरअसल, ईडी संजय भंडारी के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जांच कर रही है, लेकिन जांच के बीच वो ब्रिटेन भाग गया। इसके बाद ईडी और जांच एजेंसी ब्रिटेन से अनुरोध किया कि वो संजय भंडारी के प्रत्यार्पण को मंजूरी दे। बता दें कि ईडी ने संजय पर अघोषित संपत्ति रखने का आरोप लगाया है, जिसकी जांच की जा रही है। उधर, अभी तक ब्रिेटेन सरकार की ओर से भी कोई संतुष्टिजनक जवाब सामने नहीं आया है, जिससे कि किसी नतीजे पर पहुंचा जा सकें।
इससे पहले भी आ चुका है वाड्रा का नाम
ध्यान दें, इससे पहले ईडी अपनी जांच के दौरान वाड्रा का नाम ले चुकी है। ईडी ने इस मामले में चेरुवथुर चकुट्टी थम्पी और यूके के नागरिक सुमित चड्ढा के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया था, जिन पर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लगाए गए थे। सनद रहे कि 2020 में ईडी ने इसी मामले में आरोपी थंपी को भी गिरफ्तार किया था। थंपी का कोई नहीं, बल्कि वाड्रा का ही सहयोगी था। हालांकि, थंपी अभी जमानत पर बाहर है। बहरहाल, पूरे मामले की जांच जारी है। अब ऐसे में यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है।