newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Newsclick: पुलिस छापेमारी के बीच न्यूजक्लिक का ऑफिस सील, जानें अब तक मामले में क्या -क्या हुआ ?

Newsclick: गत 5 अगस्त को न्यूयॉर्क टाइम्स में एक लेख छपा था, जिसमें कहा गया था कि अमेरिका, ब्रिटेन और भारत में कुछ ऐसे गिरोह हैं, जो कि चीन को प्रोपेगेंडा को बढ़ावा रहे हैं। तफ्तीश मुकम्मल होने के बाद सामने आया कि इसमें न्यूजक्लीक का भी नाम शामिल है।

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को यूएपीए मामले में न्यूजक्लिक के ऑफिस सहित उससे जु़ड़े 30 ठिकानों पर छापेमारी की। इसके अलावा न्यूजक्लिक में कार्यरत कई पत्रकारों को हिरासत में ले लिया गया है, जिसमें प्रबीर पुराकायस्थ, अभिसार शर्मा, भाषा सिंह, परंजॉय गुहा ठुकरता, औनिंद्दो चक्रवर्ती शामिल हैं। वहीं, अब दिल्ली पुलिस तीस्ता सीतलवाड़ के मुंबई स्थित घर भी पहुंच चुकी है। बता दें कि तीस्ता सीतलवाड़ पर गुजरात दंगा मामले में पीएम मोदी के खिलाफ झूठे साक्ष्य गढ़ने का भी आरोप है। हालांकि, तीस्ता को सुप्रीम कोर्ट की ओर से नियमित जमानत मिल चुकी है। वहीं, अब न्यूजक्लिक के खिलाफ हुई छापेमारी के बीच दिल्ली पुलिस मुंबई के जुहू स्थित तीस्ता सीतलवाड़ के घर पहुंची और वहां छापेमारी की कार्रवाई शुरू की गई। बता दें कि यह कार्रवाई पांच घंटे तक चली। सनद रहे कि बीते 17 अगस्त को पुलिस ने न्यूजक्लिक के कई पत्रकारों के खिलाफ केस दर्ज किया था। वहीं, अब यूएपीए के तहत मामला दर्ज किया गया है। दरअसल, इन पत्रकारों पर विभिन्न धर्मों के बीच वैमनस्य फैलाने का आरोप लगा है। इनके खिलाफ यूएपीए की कई धाराएं (13, 16, 17, 18 और 22) भी लगाई गईं।

newsclick logo

वहीं, तीस्ता के घर पहुंची पुलिस की ओर से कोई बयान जारी नहीं किया गया है और ना ही तीस्ता का न्यूजक्लिक से कोई कनेक्शन सामने आया है। हालांकि, तीस्ता न्यूजक्लिक के लिए आर्टिकल लिखतीं रहीं है। वे पेशे से पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता हैं। बता दें कि बीते 25 जून को उन्हें गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद उन्हें 19 जुलाई को रेगुलर बेल दे दी गई थी। पुलिस ने कार्रवाई के दौरान न्यूजक्लिक में कार्यरत सभी पत्रकारों के मोबाइल और लैपटॉप बरामद कर लिए हैं। उधर, पीटीआई ने भी इस पर अपना जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि प्रेस क्लब ऑफ इंडिया न्यूज़क्लिक से जुड़े पत्रकारों और लेखकों के घरों पर की गई कई छापेमारी से बेहद चिंतित है। हम घटनाक्रम पर नजर रख रहे हैं और एक विस्तृत बयान जारी करेंगे।

बता दें कि गत 5 अगस्त को न्यूयॉर्क टाइम्स में एक लेख छपा था, जिसमें कहा गया था कि अमेरिका, ब्रिटेन और भारत में कुछ ऐसे गिरोह हैं, जो कि चीन के प्रोपेगेंडा को बढ़ावा रहे हैं। तफ्तीश मुकम्मल होने के बाद सामने आया कि इसमें न्यूजक्लिक का भी नाम शामिल है। दरअसल, न्यूजक्लिक पर आरोप है कि उसे चीन की ओर से फंडिंग मिलती है और यह फंडिंग उसे अमेरिकी करोड़पति नेविल राय सिघंम के जरिए मिलती है। अब आपके जेहन में यह सवाल आ रहा है कि नेविल राय सिघंम कौन है?, तो आपको बता दें कि नेविल राय सिघंम अमेरिकी करोड़पति है, जो कि चीन की उपलब्धियों को पूरी दुनिया के समक्ष जाहिर करने में जुटा रहता है। इस काम को करने के लिए वो कई देशों को पत्रकारों को टुलकिट के रूप में इस्तेमाल करता है।

सनद रहे कि बीते दिनों संसद के मानसून सत्र में भी न्यूजक्लिक का मुद्दा उठा था। बीजेपी की ओर से मोर्चा संभालते हुए निशिकांत दुबे ने न्यूजक्लिक पर चीन से फंड मिलने का आरोप लगाया था और यह भी कहा था कि उन पैसों का देश विरोधी गतिविधियों में इस्तेमाल किया जाता है, जिसे ध्यान में रखते हुए अब दिल्ली पुलिस ने इस मीडिया संस्थान के खिलाफ यूएपीए के तहत मामला दर्ज किया है।