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NIA Raid In Jammu-Kashmir: आतंकवाद और घुसपैठ के मामलों में एनआईए की बड़ी कार्रवाई, जम्मू-कश्मीर में तमाम जगह जांच एजेंसी ने मारे छापे

NIA Raid In Jammu-Kashmir: राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी एनआईए ने आतंकवाद और घुसपैठ के मामलों में जम्मू-कश्मीर में कई जगह छापेमारी की है। जानकारी के मुताबिक जम्मू के डोडा, रियासी, रामबन और किश्तवाड़ में 8 जगह एनआईए ने छापा मारा है। इन छापों से आतंकवादियों को शह देने वालों को झटका दिया जा रहा है।

श्रीनगर। राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी एनआईए ने आतंकवाद और घुसपैठ के मामलों में जम्मू-कश्मीर में कई जगह छापेमारी की है। जानकारी के मुताबिक जम्मू के डोडा, रियासी, रामबन और किश्तवाड़ में 8 जगह एनआईए ने छापा मारा है। जम्मू-कश्मीर में हाल के दिनों में आतंकी गतिविधियों में बढ़ोतरी के बाद एनआईए की ये छापेमारी बहुत अहम है। बताया जा रहा है कि जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियां करने वालों और घुसपैठ में मदद करने वालों की कमर तोड़ने के लिए एनआईए की तरफ से छापे मारे गए हैं। एनआईए ने एक हफ्ते पहले भी जम्मू में एक मकान पर छापा मारा था। वहां, संबंधित व्यक्ति के बैंक खाते में 15 लाख की रकम मिली थी। इस रकम को एक भगोड़े अपराधी हुमायूं खान ने जमा कराया था। वो अहमदाबाद पुलिस की मोस्ट वांटेड लिस्ट में है।

एनआईए ने इसके अलावा साहिल अहमद और उसके परिजनों से भी पूछताछ की थी। एनआईए को जांच में पता चला कि साहिल का चाचा गुलजार अहमद पाकिस्तान के सियालकोट में रह रहा है। गुलजार के बारे में जानकारी मिली थी कि वो साल 1992 में आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल हुआ था। आज के एनआईए एक्शन से आतंक फैलाने वालों पर शिकंजा और मजबूती से कसा जा सकेगा। इससे पहले जम्मू-कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने कई आतंकी हमलों के बाद सेना और सुरक्षाबलों को आतंकियों को खत्म करने की खुली छूट दी थी। जिसके बाद जवानों ने कई जगह एनकाउंटर कर आतंकियों को मार गिराने में सफलता भी हासिल की है।

बीते दिनों ही जानकारी आई थी कि जम्मू-कश्मीर में 119 आतंकी सक्रिय हैं। इनमें से 95 आतंकी पाकिस्तान से घुसपैठ कर आए हैं। जम्मू-कश्मीर के गांदरबल में आतंकियों ने 20 अक्टूबर को सुरंग बनाने वाली कंपनी की साइट पर धावा बोलकर एक डॉक्टर समेत 7 लोगों की हत्या की थी। इसके अलावा कई जगह प्रवासियों को भी आतंकी हमले का सामना करते हुए जान गंवानी पड़ी। आतंकी हमलों में कई प्रवासी घायल भी हुए। जम्मू-कश्मीर में इस साल 9 जून से आतंकी हमलों में बढ़ोतरी देखी गई है। उस तारीख को केंद्र में मोदी सरकार तीसरी बार शपथ ले रही थी। 9 जून को रियासी में हिंदू तीर्थयात्रियों की बस पर हमला कर आतंकियों ने 9 लोगों की जान ली थी। इसके बाद कठुआ और अन्य जगह सेना पर भी हमला किया था। जिसमें कई जवान शहीद हुए थे।