चेन्नई। प्रतिबंधित इस्लामी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर के खिलाफ राष्ट्रीय जांच एजेंसी यानी एनआईए ने मंगलवार को बड़ा एक्शन लिया। एनआईए ने तमिलनाडु में हिज्ब-उत-तहरीर से जुड़े 11 ठिकानों पर छापा मारा। हिज्ब-उत-तहरीर से जुड़े लोगों के घर भी एनआईए के निशाने पर हैं। चेन्नई पुलिस ने हिज्ब-उत-तहरीर में युवाओं की भर्ती करने की कोशिश का केस भी दर्ज किया है। इस्लामी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर भारत समेत दुनिया के कई देशों में बैन है। हिज्ब-उत-तहरीर भारत को इस्लामी राष्ट्र बनाने की साजिश रचता रहा है।
#WATCH | Chennai, Tamil Nadu: NIA conducts search at the houses of the persons associated with Hizb ut-Tahrir Organization
A case was registered in the Chennai Police Department for recruiting people to the banned organization “Hizb ut-Tahrir” pic.twitter.com/4KvORXpykl
— ANI (@ANI) September 24, 2024
सूत्रों के मुताबिक एनआईए को जानकारी मिली कि बैन लगने के बावजूद तमिलनाडु में हिज्ब-उत-तहरीर संगठन के कट्टरपंथी देशविरोधी गतिविधियों में जुटे हैं। जिहाद के लिए युवाओं को भड़काने और भर्ती करने का काम भी ये कट्टरपंथी कर रहे हैं। इसके बाद ही एनआईए ने हिज्ब-उत-तहरीर संगठन के इन कट्टरपंथियों पर करारा वार करने का फैसला किया और तमिलनाडु में इस इस्लामी संगठन से जुड़े लोगों के ठिकानों पर एक साथ छापा मारा।
खास बात ये है कि इससे पहले एनआईए ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया यानी पीएफआई नाम के प्रतिबंधित संगठन के खिलाफ भी एक्शन लिया था और उस वक्त तमिलनाडु और कर्नाटक में इसके ज्यादातर कट्टरपंथी सदस्य और नेता गिरफ्तार किए गए थे। आज तमिलनाडु में पड़ा छापा ये संकेत दे रहा है कि दक्षिण भारत का इलाका कट्टरपंथियों के लिए गढ़ बन रहा है। हिज्ब-उत-तहरीर पर युवाओं का ब्रेनवॉश कर उनको भारत विरोधी गतिविधि के लिए भड़काने का भी आरोप है। हिज्ब-उत-तहरीर संगठन जिहाद के लिए युवाओं की भर्ती का काम भी करता रहा है। हिज्ब-उत-तहरीर पर जैविक हथियार बनाने की ट्रेनिंग देने का भी गंभीर आरोप लग चुका है। एनआईए ने इससे पहले कार्रवाई करते हुए हिज्ब-उत-तहरीर से जुड़े 16 कट्टरपंथियों को मध्य प्रदेश से गिरफ्तार किया था। इन सभी से गहन पूछताछ में खुलासा हुआ था कि हिज्ब-उत-तहरीर भारत को इस्लामी राष्ट्र बनाने की साजिश रचता रहा है।