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हार्वर्ड मामले को लेकर निधि राजदान का उड़ा मजाक!, सामने आया अब एक और ‘लेटर’

Nidhi Rajdan: एंकर अभिषेक उपाध्याय ने लिखा है कि, हार्वर्ड यूनिवर्सिटी(Harvard University) में जर्नलिज्म का न तो कोई स्कूल है, न ही कोई डिपार्टमेंट और न कोई प्रोफेसर। ये बात खुद हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से जुड़े लोगों ने साफ कर दी है।

नई दिल्ली। NDTV की जानी-मानी पत्रकार निधि राजदान इन दिनों काफी चर्चा में हैं। वजह हार्वर्ड विश्वविद्यालय (Harvard University) से जुड़ा हुआ है। दरअसल निधि राजदान ने 21 साल से एनडीटीवी के साथ जुड़े रहने के बाद हाल ही में उन्होंने इस चैनल को बाय-बाय बोल दिया। चैनल छोड़ने की वजह हार्वर्ड विश्वविद्यालय में प्रोफेसर के तौर पर उनकी नियुक्ति होना बताया गया था। लेकिन जो लेटर उनकी नियुक्ति के लिए आया था अब उसको लेकर निधि राजदान ने ही बड़ा खुलासा करते हुए उसे फेक बताया। इससे साफ हो गया निधि राजदान की नियुक्ति हार्वर्ड विश्वविद्यालय में प्रोफेसर के तौर पर नहीं हुई है। बता दें कि निधि को एनडीटीवी का साथ छोड़ने के बाद पता चला कि उनके साथ धोखा हुआ है। किसी ने उन्हें बेवकूफ बनाया है। अब इसके बाद सोशल मीडिया पर निधि राजदान को लेकर तमाम तरह के पोस्ट देखे जा रहे हैं, मीम्स शेयर हो रहे हैं, जिनमें उनकी खूब किरकिरी हो रही है।

nidhi razdan

बता दें कि सोशल मीडिया पर प्लेटफॉर्म ट्विटर पर सक्रिय रहने वाले TV9 भारतवर्ष चैनल के एंकर अभिषेक उपाध्याय ने अपने ट्वीट में निधि राजदान पर निशाना साधते हुए एक और ऑफर लेटर के जरिए तंज कसा है। उन्होंने लिखा है कि, “अभी-अभी ऑफर लेटर मिला है। जॉइन करना चाहिए क्या? जैसा आप लोग कहें?” बता दें कि ये ऑफर लेटर मजाक के तौर पर उन्होंने अपने निजी प्रोफाइल पर शेयर किया है।

एंकर द्वारा शेयर किया गया लेटर:

वहीं एक और ट्वीट में अभिषेक उपाध्याय ने लिखा है कि, “हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में जर्नलिज्म का न तो कोई स्कूल है, न ही कोई डिपार्टमेंट और न कोई प्रोफेसर। ये बात खुद हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से जुड़े लोगों ने साफ कर दी है। उन्होंने ये बात अंग्रेज़ी में बताई है। मैं हिंदी में अनुवाद किए दे रहा हूँ। मेरी हिंदी बहुत अच्छी है। ऐसा लोग कहते हैं।”

Abhishesk Upadhyay

 

देखिए निधि राजदान को लेकर किस तरह के ट्वीट किए गए हैं..