
पटना। बिहार के महागठबंधन से पूर्व सीएम जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा यानी ‘हम’ ने किनारा कर लिया। इसके बाद वहां आरोप और प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। वहीं, बीजेपी भी जीतन राम मांझी के महागठबंधन से हटने को मुद्दा बनाकर नीतीश कुमार पर हमलावर है। जीतन राम मांझी के महागठबंधन से अलग होने पर जेडीयू के नेता और बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने आरोप लगाया कि हम के संस्थापक बीजेपी के लिए जासूस का काम कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इसकी प्रबल संभावना है कि जो लोग केंद्र में बैठे हैं, उनको विपक्षी खेमे की गतिविधियों की काफी भनक है।
नीतीश कुमार के इस बयान के बाद जीतन राम मांझी ने पलटवार किया। जीतन राम मांझी ने मीडिया से कहा कि क्या नीतीश कुमार ने बीजेपी से हाथ नहीं मिलाया। उन्होंने आगे दावा करते हुए ये भी कहा कि नीतीश कुमार कभी तेजस्वी को बिहार का सीएम नहीं बनाएंगे। जीतन राम मांझी ने कहा कि हो सकता है कि एक ऐसा समय आए, जब नीतीश कुमार सीएम बनने के लिए फिर से बीजेपी के साथ चले जाएं। जीतन राम मांझी के इस पलटवार के बाद अब जेडीयू खेमे से क्या जवाब आता है, इसपर सबकी नजर लगी है। बता दें कि जीतन राम मांझी जैसी बात चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर भी पहले कई बार कह चुके हैं। प्रशांत किशोर ने कहा था कि बिहार का सीएम बनने के लिए नीतीश कुमार एक बार फिर बीजेपी का दामन थाम सकते हैं।
#WATCH क्या नीतीश कुमार ने भाजपा से हाथ नहीं मिलाया? मैं दावे के साथ कहता हूं कि वे(नीतीश कुमार) तेजस्वी को मुख्यमंत्री नहीं बनाएंगे, हो सकता है एक ऐसा समय आए जब नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बनने के लिए फिर से भाजपा के साथ चले जाएं: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, गया pic.twitter.com/XaeSw1ocL0
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 16, 2023
उधर, जीतन राम मांझी की तरफ से नीतीश कुमार पर पलटवार किए जाने के बाद बीजेपी ने भी निशाना साध दिया। बिहार बीजेपी के अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि नीतीश से ज्यादा बीजेपी में किसका संपर्क था? नीतीश कुमार 1996 से संपर्क में हैं। सम्राट चौधरी ने आरोप लगाया कि दलितों के अपमान की नीतीश कुमार को आदत रही है। पहले उन्होंने जीतन राम मांझी को बिहार के सीएम पद से हटाया और अब उनके बेटे को मंत्री पद से हटा दिया।
मांझी पर सीएम नीतीश के लगाए गए आरोप पर सम्राट चौधरी का पलटवार।
सीएम नीतीश के आरोप पर बीजेपी अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि नीतीश से ज्यादा बीजेपी में किसका संपर्क था, वे 1996 से संपर्क में हैं। जहां तक दलित अपमान की बात है तो नीतीश कुमार को ये आदत रही है। पहले जीतन राम मांझी को… pic.twitter.com/Urb1R7X5xy
— Bihar Tak (@BiharTakChannel) June 16, 2023
कुल मिलाकर लोकसभा चुनाव से पहले बिहार की सियासत में अलग-अलग करवट पर ऊंट ने बैठना शुरू कर दिया है। बीजेपी लगातार दावा कर रही है कि विपक्षी दलों की एकता की कोशिश कर रहे नीतीश कुमार मुंह की खाएंगे। वहीं, नीतीश कुमार का कहना है कि विपक्ष को साथ लेकर हर हाल में 2024 में केंद्र की सत्ता से बीजेपी को उखाड़ फेंका जाएगा।