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Bihar: नीतीश कुमार ने एक बार फिर मारी पलटी, तो सोशल मीडिया पर आए मजेदार मीम्स की बाढ़

Bihar: नीतीश कुमार ने आज राज्यपाल फागू चौहान को इस्तीफा सौंप दिया है और सरकार बनाने के लिए पत्र भी सौंपा है। वे जल्द ही आरजेडी के साथ सरकार बनाएंगे। उधर, बीजेपी ने नीतीश कुमार के इस कृत्य को धोखा करार दिया है। इस संदर्भ में बिहार में बीजेपी मुख्यालय में प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने प्रेस कांफ्रेंस कर नीतीश कुमार को धोखेबाज करार दिया है।

नई दिल्ली। जेडीयू के कर्ताधर्ता नीतीश कुमार ने एक बार फिर से पलटी मार ली है। उन्होंने उसी दल के साथ फिर से सरकार बनाने का ऐलान किया है, जिसकी वो शुरू से ही आलोचना करते आ रहे हैं, जिसकी वजह से नीतीश कुमार बीजेपी के साथ-साथ अन्य आलोचकों के निशाने पर भी आ गए हैं। कोई उन्हें आड़े हाथों ले रहा है, तो कोई उन्हें निशाने पर ले रहा है, तो कोई उन पर तंज कस रहा है। हालांकि, आज नीतीश कुमार ने जो किया है, उसे देखकर हमें ज्यादा हैरान होने की जरूरत नहीं है। इससे पहले भी वे कई मौकों पर सिर्फ और सिर्फ सत्ता सुख प्राप्त करने के लिए पलटी मार चुके हैं। ध्यान रहे कि इससे पहले वे आरजेडी के साथ गठबंधन में थे, लेकिन सरकार बनाने के लिए उन्होंने राजद के साथ अपने सारे नाते रिश्तों को स्वाहा करते हुए बीजेपी के साथ हाथ मिलाया था, लेकिन अब वे बीजेपी के साथ भी अलहदा होकर फिर से आरजेडी के साथ सरकार बनाने का फैसला कर चुके हैं।

nitish kumar

बता दें कि नीतीश कुमार ने आज राज्यपाल फागू चौहान को इस्तीफा सौंप दिया है और सरकार बनाने के लिए विधायकों की सहमति का पत्र भी सौंपा है। वे जल्द ही आरजेडी के साथ सरकार बनाएंगे। उधर, बीजेपी ने नीतीश कुमार के इस कृत्य को धोखा करार दिया है। इस संदर्भ में बिहार में बीजेपी मुख्यालय में प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने प्रेस कांफ्रेंस कर नीतीश कुमार को धोखेबाज करार दिया है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार महज सत्ता के लिए अपने सिद्धांतों से समझौता कर जाते हैं। ऐसा करके वे जनता के बीच अपनी विश्ननीयता खोते जा रहे हैं, जिसकी भारी कीमत उन्हें आगामी दिनों में चुकानी पड़ सकती है। उधर, नीतीश कुमार द्वारा आरजेडी के साथ सरकार बनाने के ऐलान के बाद सोशल मीडिया पर उनका जमकर मजाक उड़ाया जा रहा है। वे लोगों के निशाने पर आ गए हैं। कोई उन पर तंज कस रहा है, तो उन्हें आड़े हाथों ले रहा है। वहीं सोशल मीडिया पर नीतीश कुमार के संदर्भ में मीस्म की बौछार देखने को मिल रही है।

हालांकि, जदयू और बीजेपी के बीच दूरियां कोई एक दिन में नहीं आई हैं, बल्कि इसकी शुरूआत 2020 के विधानसभा चुनाव से ही शुरू हो गई थी, जब केंद्र में नीतीश कुमार के कोटे से जुड़े मंत्रियों को कोई खास तवज्जो नहीं दी गई थी, जिस पर सुशासन बाबू ने अपनी नाराजगी भी जाहिर की थी, लेकिन इस पूरी स्थिति को उस वक्त बल मिल गया था, जब जदयू नेता आरसीपी सिंह को केंद्र की मोदी सरकार ने मंत्री पद का प्रभार सौंप दिया है, जिस पर जदयू ने नाराजगी जाहिर की थी। हालांकि, इसके बाद बीजेपी और जदयू के बीच खटपट की खबरें कई मर्तबा प्रकाश में आई, लेकिन हर बार इन खबरों को निर्मूल साबित करने की कोशिश की गई कि इनका कोई आधार नहीं है। उधर, बीजेपी ने नीतीश कुमार के संदर्भ में कहा है कि आगामी दिनों में उन्हें बिहार की जनता जरूर सबक सिखाएगी अब ऐसे में आगामी दिनों में बिहार की राजनीति में क्या कुछ स्थितियां देखने को मिलती है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।