Nobel Prize 2022: भौतिक विज्ञान के क्षेत्र में अमूल्य योगदान के लिए इन वैज्ञानिकों को दिया जाएगा नोबेल पुरस्कार
Nobel Prize 2022: चयनित वैज्ञानिकों को नोबेल पुरस्कार दिया जाएगा। वहीं, नोबेल शांति पुरस्कार की घोषणा शनिवार को की जाएगी। उधर, अर्थशास्त्री पुरस्कार की घोषणा 10 अक्टूबर को की जाएगी। विदित हो कि इससे पूर्व विगत वर्ष 2021 में तीन वैज्ञानिक स्यूकुरो मानेबे, क्लाउस हैसलमैन और जियोर्जियो को पेरिसी नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
नई दिल्ली। मंगलवार को रॉयल स्वीडिश एकेडमी ऑफ साइंसेज ने भौतिकी विज्ञान में अभूतपूर्व योगदान देने वाले वैज्ञानिकों के नाम की घोषणा की है, जिसमें एलेन एस्पेक्ट (Alain Aspect), जॉन एफ क्लॉजर (John F. Clauser) और एंटोन ज़िलिंगर (Anton Zeilinger) को भौतिकी के क्षेत्र में पुरस्कार देने का फैसला किया गया है। बता दें कि तीनों ही वैज्ञानिकों को ‘क्वांटम मेकैनिक्स’ के क्षेत्र में पुरस्कार देने का फैसला किया गया है। ध्यान रहे कि इससे पूर्व स्वीडिश वैज्ञानिक स्वांते पाबे को निएंडरथल डीएनए पर खोज करने को लेकर यह पुरस्कार देने का फैसला किया गया था। पाबो ने आधुनिक और विलुप्त प्रजातियों के जीनोम की तुलना कर इन दोनों का आपस में मिश्रण किया था। विज्ञान विशेषज्ञों के मुताबिक, इन तीनों वैज्ञानिकों ने विज्ञान के क्षेत्र में अभूतपूर्व योगदान दिया है, जिसके लिए ये तारीफ के पात्र हैं।
नोबेल पुरस्कार की घोषणा
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, बुधवार को चयनित वैज्ञानिकों को नोबेल पुरस्कार दिया जाएगा। वहीं, नोबेल शांति पुरस्कार की घोषणा शनिवार को की जाएगी। उधर, अर्थशास्त्री पुरस्कार की घोषणा 10 अक्टूबर को की जाएगी। विदित हो कि इससे पूर्व विगत वर्ष 2021 में तीन वैज्ञानिक स्यूकुरो मानेबे, क्लाउस हैसलमैन और जियोर्जियो को पेरिसी नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। विशेषतौर पर यह पुरस्कार उन लोगों को दिया जाता है, जो प्रकृति की ताकत को समझने की क्षमता को अपने अंदर समाहित रखते हैं। सर्वविदित है कि विज्ञान एक गतिशील विषय है। यहां इतिहास या भूगोल की भांति कुछ भी स्थायी नहीं है।
BREAKING NEWS:
The Royal Swedish Academy of Sciences has decided to award the 2022 #NobelPrize in Physics to Alain Aspect, John F. Clauser and Anton Zeilinger. pic.twitter.com/RI4CJv6JhZ— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 4, 2022
लेकिन, इस गतिशीलता को बनाए रखना उतना आसान नहीं होता है। इसके लिए वैज्ञानिक दिन-रात प्रयोगशालाओं में परिश्रम करते हैं। बहरहाल, बतौर पाठक उपरोक्त लेख को पढ़ने के बाद आपके क्या विचार हैं। हमारे साथ साझा करना बिल्कुल भी मत भूलिएगा।