
नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने पहलगाम आतंकी हमले पर पाकिस्तान को जमकर फटकार लगाई। उन्होंने दो टूक शब्दों में कहा कि बालाकोट जैसी कार्रवाई नहीं आज भारत चाहता है कि ऐसी कार्रवाई हो जो पहलगाम जैसी घटना दोबारा ना हो। उन्होंने कहा कि मैं हर वक्त चाहता था पाकिस्तान के साथ बातचीत हो लेकिन हम उन लोगों के घरवालों को क्या जवाब दें जिनकी आतंकियों ने जान ली है कि हम बात करेंगे, हम उन्हें क्या जवाब देंगे जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया? क्या ये इंसाफ है?
Dr. Farooq Abdullah’s Strong Reply to Pakistan after Pahalgam Terror Attack #PahalgamTerroristAttack pic.twitter.com/0MDVGtEzrT
— The Lokprabha (@thelokprabha) April 28, 2025
अब्दुल्ला ने आगे कि हमें अफसोस है हमारा पड़ोसी आज भी यह नहीं समझ रहा है कि उसने इंसानियत का कत्ल किया है। अगर उन्हें लगता है कि ऐसा करने से हम पाकिस्तान के साथ चले जाएंगे, तो हमें उनकी गलतफहमी दूर कर देनी चाहिए। हम 1947 में उनके साथ नहीं गए थे, तो आज क्यों जाएंगे? हमने उस समय दो राष्ट्र सिद्धांत को पानी में फेंक दिया था। आज हम भी दो राष्ट्र सिद्धांत को मानने के लिए तैयार नहीं हैं। हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, हम सब एक हैं। हम सबको पैदा करने वाला एक है और आप जिस नाम से चाहो उसको बुला लो।
जेकेएनसी अध्यक्ष ने कहा, जो यह समझते हैं कि इस तरह के हमले से हमें कमजोर कर देंगे तो ऐसे लोगों को मैं बताना चाहता हूं कि इससे हम कमजोर नहीं बल्कि और मजबूत हो रहे हैं। हम उनको कड़ा जवाब देंगे। पर्यटकों पर हुए हमले के दौरान जम्मू कश्मीर के स्थानीय लोगों के उनकी मदद किए जाने पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि हम लोगों ने हमेशा भाईचारे को बढ़ावा दिया है और आज भी आपने इसका प्रत्यक्ष उदाहरण देख लिया। फारूक अब्दुल्ला का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब जम्मू कश्मीर के कुछ दलों के नेता पाकिस्तान के साथ बातचीत किए जाने का राग अलाप रहे हैं।