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Punjab Crisis: अमरिंदर सिंह का सिद्धू पर वार, कहा-‘वो जहां से भी लड़े चुनाव, उसे जीतने नहीं दूंगा’

Punjab Crisis: उन्होंने कहा कि, ”अफसर हटाने का काम प्रधान का नहीं है, अफसर को मुख्यमंत्री लगाता, हटाता और बदलता है। मेरे 9.5 साल के मुख्यमंत्री के कार्यकाल में कई प्रधान रहे हैं, हमारी एक-दूसरे से बातचीत होती थी। लेकिन कभी ये हाल नहीं थे जो सिद्धू ने बनाए हैं।”

नई दिल्ली। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Capt Amarinder Singh) गुरुवार को दिल्ली से चंडीगढ़ लौट आए हैं। यहां उन्होंने एक बार फिर नवजोत सिंह सिद्धू पर निशाना साधा है। अमरिंदर सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि, मैंने पहले भी कहा है कि सिद्धू पंजाब के लिए सही आदमी नहीं है, वो जहां से भी लड़ेगा मैं उसे नहीं जीतने दूंगा। अमरिंदर सिंह ने कहा कि, मैं कांग्रेस में नहीं रहूंगा और मैं बीजेपी में शामिल नहीं हो रहा हूं।

उन्होंने कहा कि, ”अफसर हटाने का काम प्रधान का नहीं है, अफसर को मुख्यमंत्री लगाता, हटाता और बदलता है। मेरे 9.5 साल के मुख्यमंत्री के कार्यकाल में कई प्रधान रहे हैं, हमारी एक-दूसरे से बातचीत होती थी। लेकिन कभी ये हाल नहीं थे जो सिद्धू ने बनाए हैं।”

इससे पहले पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बड़ा फैसला किया है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने स्पष्ट कर दिया है कि वह अब कांग्रेस पार्टी में नहीं रहेंगे। उन्होंने ये बयान एक टीवी न्यूज चैनल से बात करते हुए दिया है। पंजाब में जारी सियासी बवाल के बीच अमरिंदर सिंह का ये अब तक का सबसे चौंकाने वाला बयान है। इसी बीच अब उन्होंने ट्विटर बायो से भी अपनी कांग्रेस से जुड़ी पहचान को भी हटा लिया है।

amrinder and navjot singh

गौरतलब है कि बुधवार शाम को गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर अमरिंदर सिंह ने राजनीतिक तापमान को बढ़ा दिया था। हालांकि मुलाकात के बाद उन्होंने स्वयं यह बयान जारी कर कि वो किसानों के मुद्दे पर गृह मंत्री से मिलने गए थे, राजनीतिक कयासों को शांत तो कर दिया था। लेकिन उनके नए राजनीतिक मूव को लेकर लगातार संशय बना हुआ था। हालांकि गृह मंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल से मुलाकात कर उन्होंने अपना एजेंडा भी साफ कर दिया है कि वो राष्ट्रीय सुरक्षा और पाकिस्तानी प्रेम को लेकर लगातार नवजोत सिंह सिद्धू पर निशाना साधते रहेंगे और यह मुद्दा भाजपा को भी सूट करता है।