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Bomb Threat In Delhi-NCR Schools : दिल्ली-एनसीआर के स्कूलों में अभी तक कुछ संदिग्ध नहीं मिला, आईपी एड्रेस रूस का, गृह मंत्रालय ने कहा…

Bomb Threat In Delhi-NCR Schools : दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने कहा, मैं जनता को आश्वस्त करना चाहता हूं कि दिल्ली पुलिस पूरी तरीके से मुस्तैद है और हमारी कोशिश होगी कि हम किसी अप्रिय घटना को ना होने दें। जो भी इसमें शामिल है उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर के कई स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी के बाद पुलिस और डॉग स्क्वायड दस्तों द्वारा लगातार सर्च अभियान जारी है। हालांकि अभी तक कहीं से भी कुछ बरामद नहीं हुआ है। अब इस संबंध में केंद्रीय गृह मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि घबराने की जरूरत नहीं है। अभी तक कहीं से किसी तरह की संदिग्ध चीज नहीं मिली है। ऐसा लगता कि यह फर्जी कॉल है। जांच में अभी तक जो जानकारी सामने आई है उससे पता चला है जिस मेल से धमकी दी गई है उसका आईपी एड्रेस रूस का है।

वहीं इस मामले में दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने कहा, जैसे ही बम होने की खबर स्कूलों में आई, इसके बारे में तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। सर्च ऑपरेशन चल रहे हैं। डॉग स्क्वायड और बम निरोधक दस्ते की टीम भी मौजूद हैं। मैं जनता को आश्वस्त करना चाहता हूं कि दिल्ली पुलिस पूरी तरीके से मुस्तैद है और हमारी कोशिश होगी कि हम किसी अप्रिय घटना को ना होने दें। एलजी ने कहा कि अपराधियों को बख्शा नहीं जाएगा और जो भी इसमें शामिल है उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

वहीं दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच के स्पेशल सीपी रविंदर यादव का कहना है, ये ईमेल कई स्कूलों में प्राप्त हुए थे। कुछ अस्पतालों को भी ये ईमेल कल मिले थे। इस पूरे मामले की गहनता के साथ जांच चल रही है। बम निरोधक दस्ता, डॉग स्क्वॉड और फायर टेंडर सभी जगहों पर मौजूद हैं। भले ही यह एक फर्जी कॉल हो, लेकिन हम जोखिम नहीं उठा सकते। हम इस मामले की पूरी पड़ताल कर रहे हैं।

इस मामले को लेकर दिल्ली पुलिस की पीआरओ डीसीपी सुमन नलवा ने कहा कि कुछ स्कूलों ने आज सुबह दिल्ली पुलिस से संपर्क किया और कहा कि उन्हें धमकी भरे ईमेल मिले हैं कि स्कूल परिसर के अंदर बम रखे गए हैं। इन शिकायतों के आधार पर, बम निरोधक दस्ते, खोजी कुत्तों ने हर स्कूल में जांच की। कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। प्राथमिक तौर पर ऐसा प्रतीत होता है कि यह दहशत पैदा करने के लिए किया गया है। मैं अभिभावकों से कहना चाहती हूं कि वे चिंता न करें और घबराएं नहीं। हम ऐसी सभी कॉलों को गंभीरता से लेते हैं, क्योंकि यह बच्चों की सुरक्षा से संबंधित है।