नई दिल्ली। यूपी में एक बार फिर ट्रेन पलटाने की साजिश सामने आई है। रामपुर में दून एक्सप्रेस (12091) ट्रेन को पलटाने के लिए ट्रैक पर 7 मीटर लंबा बिजली का खंभा रखा मिला। लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोका और हादसा टल गया। यह घटना बुधवार रात लगभग 11 के आस पास विलासपुर-रुद्रपुर रेलवे लाइन की है। जीआरपी ने केस दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है। जीआरपी ने शक के आधार पर पटरी के किनारे बसी बस्ती में रहने वाले तीन लोगों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।
जानकारी के अनुसार उत्तराखंड के काठगोदाम से देहरादून के बीच चलने वाली दून एक्सप्रेस (12091) बुधवार रात जब रामपुर स्थित विलासपुर-रुद्रपुर रेलवे लाइन से गुजर रही थी तभी ट्रेन के ड्राइवर को टैक पर लोहे का खंभा दिखाई पड़ा। ड्राइवर ने आपातकालीन ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोक दिया और स्टेशन मास्टर को सूचना दी। इसके बाद जीआरपी, आरपीएफ समेत रामपुर एसपी भी मौके पर पहुंचे। जांच पड़ताल के बाद खंभे वहां से हटवाया गया और लगभग आधे घंटे बाद ट्रेन को रवाना किया गया।
इससे पहले हाल ही में यूपी के कानुपर, देवरिया और गाजीपुर में ट्रेन पलटाने की साजिश सामने आ चुकी है। वहीं राजस्थान के अजमेर में भी ट्रेन को डीरेल करने की साजिश रची गई थी। कानपुर में कालिंदी एक्सप्रेस को पलटाने के लिए रेलवे ट्रैक पर अज्ञात लोगों ने भरा हुआ सिलेंडर रख दिया था। इसके अलावा घटनास्थल से कपड़े की बत्ती लगी कांच की बोतल, माचिस और एक संदिग्ध बैग मिला था। इस मामले में आईएसआईएस का हाथ होने की बात सामने आई है। वहीं गाजीपुर में रेलवे ट्रैक पर लकड़ी का बड़ा गुटका रखकर स्वतंत्रता सेनानी सुपर फास्ट एक्सप्रेस को पलटाने की साजिश रची गई थी। उधर, अजमेर के सराधना-बांगड़ गांव के बीच में रेलवे ट्रैक पर सीमेंट के दो ब्लॉक ट्रेन को डीरेल करने के इरादे से रखे गए थे। हालांकि वहां से गुजर रही मालगाड़ी का इंजन सीमेंट के ब्लॉक को तोड़कर आगे निकल गया और ट्रेन पलटने से बच गई।