नई दिल्ली। जी-20 सम्मेलन में शिरकत करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन दिवसीय इटली दौरे पर हैं। वहां उन्होंने समूह के विभिन्न राष्ट्रध्यक्षों से मुलाकात की। विभिन्न राष्ट्रध्यक्षों से उनकी यह मुलाकात काफी आत्ममीयतापूर्ण रही, लेकिन इन सबसे खास रही उनकी पोप फ्रांसिस से मधुर मुलाकात। भारत में इस मुलाकात के अलग-अलग मायने निकाले जा रहे हैं। खासकर गोवा विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए इस मुलाकात को विभिन्न चश्मों से देखा जा रहा है। कुछ लोग इसे गोवा में ईसाई समुदाय को रिझाने के ध्येय से देखा जा रहा है। खैर, अब इसका आगामी गोवा विधानसभा चुनाव में बीजेपी को कितना फायदा मिलता है और कितना नहीं। यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा।
आपको बता दें कि पीएम मोदी ने पोप फ्रांसिंस को भारत आने का न्योता दिया है। उन्होंने पीएम मोदी के इस निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है। खास बात यह है कि 21 साल बाद किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पोप से यह मुलाकात हुई है। इससे पहले दिवंगत प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने पोप से मुलाकात की थी। उन्होंने पोप को भारत आने का न्योता भी दिया था, जिस पर कई कट्टरपंथी समूहों ने नाराजगी भी जाहिर की थी, लेकिन उन्होंने इन सब बातों की परवाह किए बगैर पोप से जिस आत्मीयतापूर्ण रीति से मुलाकात की है, वह आज भी इतिहास की इबारतों में दर्ज है। वहीं, यहां गौर करने वाली बात यह है कि पिछले कुछ दिनों से पीएम मोदी के सियासी रूख में ईसाई समदाय के प्रति कुछ खास झुकाव देखा जा रहा है।
कथित तौर पर ईसाई समुदाय बीजेपी से दूरी बनाए रखना ही उचित समझता है, जिसका नतीजा है कि आज तक ईसाई बहुल राज्यों में बीजेपी अपनी सरकार नहीं बना पाई है, लेकिन पिछले कुछ माह से पीएम मोदी ने ईसाइयों को रिझाने के अपने रूख में जिस तरह का परिवर्तन लेकर आए हैं, उसका आगामी गोवा चुनाव में बीजेपी को कितना फायदा मिलता है, यह तो फिलहाल आने वाला वक्त ही बताएगा, लेकिन शायद आपको पता न हो कि भारतीय ईसाई समुदाय में पीएम मोदी के ईटली दौरे को लेकर खुशी की लहर है। जिसे उन्होंने ट्विटर पर जाहिर किया है। आइए, जानते हैं कि किसने क्या कहा है?
वहीं, पीएम मोदी के इटली दौरे को लेकर फादर एस शंकर, प्रवक्ता, दिल्ली कैथोलिक आर्चडायसीज ने कहा कि, यह सिर्फ ईसाइयों के लिए ही नहीं बल्कि हर भारतीय के लिए बड़ी खुशखबरी है। हम चाहते थे कि पोप भारत आएं। हमें उम्मीद है कि पोप की यात्रा अंतर-धार्मिक सद्भाव को आगे बढ़ाने के अवसर के रूप में आएगी।
It is great news not just for Christians but for every Indian. We wanted the Pope to visit India. We hope that Pope’s visit will come as an opportunity to further the inter-faith harmony: Father S Shankar, Spokesperson, Delhi Catholic Archdiocese on PM Modi-Pope Francis meeting pic.twitter.com/bffZegQTjN
— ANI (@ANI) October 30, 2021
उधर, बॉम्बे के आर्कबिशप ओसवाल्ड ग्रेसियस कहते हैं, “पीएम मोदी और पोप फ्रांसिस के बीच बैठक का महत्व सहयोग की आवश्यकता और उपयोगिता को दिखाएगा।”
वहीं, जॉन बरवा, कटक-भुवनेश्वर के आर्कबिशप और ओडिशा में चर्चों के प्रमुख इसके साथ ही भारतीय ईसाई बहुत खुश हैं कि हमारे पीएम हमारे पोप से मिले हैं। निश्चय ही संबंध प्रगाढ़ होंगे। हम कई वर्षों से इस बैठक का इंतजार कर रहे थे। हम खुश हैं और इसके बारे में गर्व महसूस करते हैं
Indian Christians are very glad that our PM has met our Pope. Surely, the relationship will grow. We were looking forwards to this meeting for many years. We are happy & feel proud about it: John Barwa, Archbishop of Cuttack-Bhubaneswar & head of churches in Odisha pic.twitter.com/2eB4dfugkJ
— ANI (@ANI) October 30, 2021
केरल कैथोलिक बिशप्स काउंसिल ने एक बयान में कहा कि पोप की यात्रा ईसाई धर्म और इस राष्ट्र के अन्य धार्मिक समूहों के बीच संवाद के मार्ग को सुगम बनाएगी। पोप की यात्रा भारत के पॉलीफोनिक समाज के बीच भाईचारे और सहयोग को भी बढ़ावा देगी।
PM Narendra Modi on Saturday met Pope Francis, the head of the Catholic Church at the Vatican, in a first-ever one-to-one meeting.
PM invites Pope Francis to India.
Kevin Mathew Sunny, Kerala Christian Forum & Indulekha Joseph, Church Act Activist share views with @ridhimb pic.twitter.com/9aHHKChrPF
— News18 (@CNNnews18) October 30, 2021
वहीं, पीएम मोदी के इटली दौरे के दौरान राजनीतिक गलियारों में भी हलचल देखी जा रही है। विभिन्न राजनीतिक दल के नेता इस पर अलग-अलग तरह से अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते नजर आ रहे हैं। इसी कड़ी में कोरान संगमा ने ट्वीट कर कहा कि हमारा फ़ीड आज माननीय पीएम श्री के साथ धन्य है। @नरेंद्र मोदी जी परम पावन से मुलाकात @ पोंटिफेक्स वेटिकन में। यह भारत और दुनिया भर के ईसाइयों के लिए बहुत महत्व का एक ऐतिहासिक क्षण है। भगवान उन्हें आशीर्वाद दें।
Our feed is blessed today with Hon’ble PM Sh. @narendramodi Ji meeting His Holiness @Pontifex at Vatican.
This is a historic moment of great significance to Christians across India and the globe. May God bless them.@VaticanNews @cbcimedia pic.twitter.com/K45IRasxvd
— Conrad Sangma (@SangmaConrad) October 30, 2021
बीजेपी के नेता टॉम वेदकन ने कहा कि लोकतांत्रिक भावना और ईसाई धर्म के सर्वोपरि प्रतिनिधियों का एक महत्वपूर्ण संगम। महान दिमाग दुनिया को एक बेहतर जगह बनाते हैं। प्रेम और करुणा, महान दिमाग स्वर्ग को धरती पर लाते हैं।
A Momentous Confluence of Paramount Representatives of Democratic Spirit and Christian faith.Great minds make the world a better https://t.co/jDP6EGSArm and compassion, great minds bring heaven to earth.@narendramodi Ji and His Holiness @Pontifex @JPNadda@blsanthosh @BJP4India pic.twitter.com/oI2QAmLsOw
— Tom Vadakkan (@TomVadakkan2) October 30, 2021
वहीं, पीएम मोदी के ईटली दौरे को सियासी गलियारों में गोवा के आगामी विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। कथित पर पीएम मोदी ने यह दौरा प्रदेश की इसाई समुदायों को रिझाने के ध्येय से किया है। आमतौर पर देखा जाता है कि पीएम मोदी ने अपने सियासी कुशलता का परिचय देते हुए आम जनमानस को रिझाने का काम करते हैं।