नई दिल्ली। आरजेडी सुप्रीमो और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव एक बार फिर से बड़ी मुसीबत में फंस चुके हैं। सीबीआई को उनके खिलाफ जमीन के बदले नौकरी देने के मामले में जांच की मंजूरी मिल गई है। अब सीबीआई जल्द ही जमीन के एवज में नौकरी देने के मामले में आरजेडी प्रमुख के खिलाफ जांच कर सकती है। बता दें कि अगर जांच की कड़ी आगे बढ़ी तो उनकी दोनों बेटियां सहित उनकी पत्नी भी रडार में आएंगी। आइए, आगे आपको पूरा माजरा विस्तार से बताते हैं।
दरअसल, लालू प्रसाद यादव पर आरोप है कि उन्होंने रेल मंत्री रहने के दौरान कई लोगों को जमीन के बदले नौकरी लगवाई थी। इस फेहरिस्त में पटना के कई लोगों का नाम शामिल था। लालू पर आरोप है कि उन्होंने रेल मंत्री रहने के दौरान 12 लोगों को जमीन के बदले नौकरी लगवाई थी। जिसके बाद उनकी जमीन को अपने नाम करवा लिया था। इतना ही नहीं, सीबीआई ने यह दावा करके इन आरोपों को मजबूत कर दिए कि जमीन सहित प्लाट्स की रजिस्ट्री कराने के दौरान पत्नी राबड़ी देवी सहित उनकी दोनों बेटियों ने मामूली रकम भी चुकाई थी। वहीं, जिन लोगों को रेलवे में नौकरी लगवाई थी। उनकी वैंकेसी रेलवे की ओर से जारी नहीं की गई थी। लेकिन तीन दिनों के दरम्यान सभी को नौकरी दे दी गई थी और यह सबकुछ हो पाया था लालू यादव के रहमोकरम बलबूते पर, क्योंकि वो उस वक्त रेल मंत्री की कुर्सी पर काबिज थे।
बता दें कि सीबीआई ने मई 2022 में लालू परिवार के खिलाफ जमीन के बदले नौकरी देने के मामले में केस दर्ज कर किया था। सीबीआई ने भ्रष्टाचार अधिनियम के तहत केस दर्ज किया था। जिसमें लालू यादव सहित 12 लोगों का आरोपी बनाया था। अब जांच एजेंसी को उक्त मामले की जांच की मंजूरी मिल चुकी है। तो ऐसे में यह पूरा माजरा आगाम दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।