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Uttar Pradesh: यूपी में अब ई संजीवनी ओपीडी से लीजिए घर बैठे विशेषज्ञ चिकित्सकों से परामर्श

Uttar Pradesh: कोरोना के खिलाफ लड़ाई में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सामान्य रोगियों को बड़ी राहत दी है। अब लोगों को घर बैठे ई संजीवनी के माध्यम से विशेषज्ञ चिकित्सकों से परामर्श लेने की सुविधा मिल रही है। इसके लिए सीएम योगी के निर्देश पर प्रदेश के पांच चिकित्सा विश्वविद्यालयों और 18 मंडल स्तरीय जिला चिकित्सालयों में टेली मेडिसिन हब स्थापित किए जा रहे हैं, जिसमें से 19 हब क्रियाशील हो चुके हैं।

लखनऊ। कोरोना के खिलाफ लड़ाई में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सामान्य रोगियों को बड़ी राहत दी है। अब लोगों को घर बैठे ई संजीवनी के माध्यम से विशेषज्ञ चिकित्सकों से परामर्श लेने की सुविधा मिल रही है। इसके लिए सीएम योगी के निर्देश पर प्रदेश के पांच चिकित्सा विश्वविद्यालयों और 18 मंडल स्तरीय जिला चिकित्सालयों में टेली मेडिसिन हब स्थापित किए जा रहे हैं, जिसमें से 19 हब क्रियाशील हो चुके हैं।

CM Yogi Adityanath
सीएम योगी की पहल पर आम लोगों को ईलाज की सुविधा दिलाने के लिए पिछले साल प्रदेश में ई संजीवनी की शुरुआत की गई थी। ई संजीवनी ओपीडी ऐप या गूगल क्रोम से इस सुविधा का लाभ दिया जा रहा है। सीएम योगी के निर्देश पर केजीएमयू की स्पेशियलिटी ओपीडी ई संजीवनी ऐप पर अप्रैल के पहले सप्ताह में शुरू की गई थी। केजीएमयू के विशेषज्ञ चिकित्सक सोमवार से शनिवार तक सुबह नौ से दोपहर दो बजे तक परामर्श दे रहे हैं। केजीएमयू के मेडिसिन, रेस्पिरेटरी मेडिसिन, स्त्री एवं प्रसूति रोग, हृदय रोग, सर्जरी, मनोचिकित्सा, त्वचा रोग, हड्डी एवं जोड़ रोग, नेत्र रोग, कान नाक एवं गला रोग और दंत रोग सहित अन्य विशेषज्ञों से परामर्श दिया जा रहा है।

yogi adityanath

अब इसी तर्ज पर प्रदेश के पांच चिकित्सा विश्वविद्यालयों और 18 मंडल स्तरीय जिला चिकित्सालयों में टेली मेडिसिन हब बनाए जा रहे हैं। इसके लिए सीएम योगी ने हर चिकित्सा महाविद्यालय से ई संजीवनी ओपीडी के लिए एक नोडल अधिकारी नामित करने के निर्देश दिए हैं, ताकि ई संजीवनी टेली कंसल्टेंशन शुरू कराया जा सके। ई संजीवनी एप्लीकेशन के माध्यम से टेली मेडिसिन या टेली कंसल्टेशन सेवाओं के लिए उपकेन्द्र स्तरीय हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर तैनात कम्यूनिटी हेल्थ ऑफीसर द्वारा महत्वपूर्ण भूमिका निभाई जा रही है। प्रदेश में पिछले साल जुलाई से अब तक सात लाख 70 हजार से अधिक लाभार्थियों ने इस सुविधा का लाभ उठाया है।

सीएम के निर्देश पर युद्ध स्तर पर किए जा रहे: आलोक कुमार

CM Yogi Kisan

प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार ने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर ज्यादा से ज्यादा लोगों को चिकित्सकीय सुविधाएं उपलब्ध कराने के प्रयास युद्ध स्तर पर किए जा रहे हैं। इसी क्रम में सामान्य रोगियों को विशेषज्ञ चिकित्सकों से परामर्श के लिए यह बड़ा कदम उठाया गया है। इसके लिए पांच चिकित्सा विश्वविद्यालयों और 18 मंडल स्तरीय जिला चिकित्सालयों को दिशा निर्देश दे दिए गए हैं। इसके लिए चिकित्सा महाविद्यालय के जिन विभागों से सम्बन्धित सेवाएं दी जानी हैं, उनकी सूची और ड्यूटी रोस्टर, नामित विशेषज्ञों के पंजीकरण के लिए विवरण निर्धारित प्रारूप पर देने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा सभी सम्बन्धित विशेषज्ञों का ऑनलाईन प्रशिक्षण सी-डैक के सहयोग से कराया जाएगा।

व्यक्तिगत रूप से उपचार होने के कारण लाभ लेने वालों की संख्या बढ़ रही: डॉ. शीतल

Yogi adityanath

केजीएमयू की नोडल इंजार्च टेली मेडिसिन हब डॉ. शीतल वर्मा बताती हैं कि अप्रैल में केजीएमयू की स्पेशलिस्ट ओपीडी शुरू की गई है। केजीएमयू की जितनी स्पेशियलिटी ओपीडी थी, उन्हें ई संजीवनी पर शिफ्ट कर दिया गया है। वह बताती हैं कि ज्यादातर केसेस कोरोना से संबंधित आ रहे हैं। हम उन्हें ई प्रीस्क्रिप्शन के माध्यम से उपचार दे रहे हैं। हर पेशेंट का व्यक्तिगत रूप से उपचार होने के कारण लाभ लेने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। इसके अलावा कैंसर और गायनी आदि से संबंधित भी मरीज ई संजीवनी के माध्यम से लाभ उठा रहे हैं।