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Maharashtra: ‘इस्तीफा दे दूं…?’, श्रीकांत शिंदे के इस बयान से खलबली, बीजेपी-शिवसेना के बीच बढ़ी रार

Maharashtra: उन्होंने कहा कि हम आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी को वियजी होते हुए और नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर से प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं। माना जा रहा है कि बीजेपी के कुछ नेता स्वार्थ की राजनीति के तहत बीजेपी-शिवसेना के गठबंधन में दरार डालने की कोशिश कर रही है।

नई दिल्ली। आगामी लोकसभा चुनाव के लिहाज से महाराष्ट्र की राजनीति में कुछ ठीक नहीं चल रहा है। सीएम एकनाथ शिंदे के सांसद बेटे श्रीकांत शिंदे ने इस्तीफे की पेशकश कर दी है। उन्होंने बीजेपी के कुछ नेताओं पर स्वार्थ की राजनीति के तहत बीजेपी-शिवसेना गठबंधन के बीच दरार पैदा करने का आरोप लगाया है। बता दें कि श्रीकांत शिंदे की यह प्रतिक्रिया ऐसे वक्त में आई है , जब हाल ही में बीजेपी की ओर से एक ऐसा प्रस्ताव पारित किया गया है, जिसमें प्रावधान किया गया है कि इस सीट पर बीजेपी शिवसेना का समर्थन नहीं करेगी। वहीं, आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए श्रीकांत शिंदे ने बड़ा बयान दिया है।

दरअसल, उन्होंने कहा कि हम आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी को विजयी होते हुए और नरेंद्र मोदी को एक बार फिर से प्रधानमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं। माना जा रहा है कि बीजेपी के कुछ नेता स्वार्थ की राजनीति के तहत बीजेपी-शिवसेना के गठबंधन में दरार डालने की कोशिश कर रही है। आइए, आगे कि रिपोर्ट में आपको बताते हैं कि श्रीकांत शिंदे ने अपने बयान में क्या कुछ कहा है? श्रीकांत शिंदे ने आगे अपने बयान में कहा कि मैं किसी पद का आकांक्षी नहीं हूं। मेरे मन में कोई लालसा नहीं है कि काश मैं किसी बड़े पद पर विराजमान होऊं। मैं हमेशा से ही बीजेपी और शिवसेना के गठबंधन की मजबूती की वकालत करते हुए आया हूं।

इसके अलावा मैं एक बात और स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि आगामी चुनाव में किसे कौन सा पद दिया जाएगा। इसकी जिम्मेदारी पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के पास है। वो जो भी फैसला करेगी , उसे सहर्ष स्वीकार किया जाएगा। श्रीकांत  ने अपनी मंशा स्पष्ट करते हुए कहा कि हमारी पहली प्राथमिकता बीजेपी-शिवसेना के गठबंधन को मजबूत करना है और अगर इस राह में रोड़ा अटकाने का काम करेगा, तो हम उसका विरोध करेंगे।