
जालंधर। लगता है खालिस्तान का आंदोलन एक बार फिर पंजाब में सिर उठा रहा है। इसकी ताजा मिसाल जालंधर से मिली है। पंजाब के सीएम भगवंत मान और आम आदमी पार्टी चीफ और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के जालंधर दौरे से ठीक पहले प्रसिद्ध धार्मिक स्थल देवी तालाब मंदिर की बाहरी दीवारों पर खालिस्तान समर्थक नारे दीवारों पर लिखे मिले। पुलिस नारे लिखने वालों की तलाश कर रही है। खालिस्तान लिखे नारे टांडा रोड के पास मंदिर की दीवारों पर सुबह दिखाई दिए। पंजाब के सभी शहरों में आजकल खासी पुलिस गश्त होती है। इसके बाद भी कौन नारे लिख गया, इसका पता नहीं चला है।
पंजाब में इससे पहले भी खालिस्तान के समर्थन में नारे लिखे मिले थे। मलेरकोटला में डीसी दफ्तर के बाहर नारे लिखने के अलावा खालिस्तानी तत्वों ने झंडा तक फहरा दिया था। इसके अलावा कई और जगह भी नारे लिखे मिले थे। पड़ोसी राज्य हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला स्थित विधानसभा भवन के गेट पर भी खालिस्तानी नारे लिखे गए थे। उस मामले में पंजाब से आरोपी भी गिरफ्तार हुआ था। ऑपरेशन ब्लूस्टार की बरसी पर अमृतसर में बाकायदा खालिस्तानियों ने रैली भी निकाली थी। इस रैली को पुलिस सुरक्षा देने की वजह से भगवंत मान सरकार सवालों के घेरे में आई थी।
विदेश में बैठा खालिस्तानी आतंकियों का आका गुरपतवंत सिंह पन्नू कई बार पंजाब में खालिस्तान आंदोलन के समर्थन में हाल के दिनों में वीडियो जारी करता रहा है। पन्नू ने तो ये दावा भी किया था कि पंजाब में आम आदमी पार्टी को चुनाव जितवाने के लिए उसके संगठन ने धन और जन बल से मदद की। वहीं, केजरीवाल के साथ रहे कवि कुमार विश्वास ने हर ऐसी घटना के बाद देश को सावधान भी किया था। कुमार विश्वास ने पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले दावा किया था कि केजरीवाल ने एक दिन उनसे बातचीत में कहा कि वो अलग खालिस्तान देश का पीएम बनना चाहते हैं।