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CEIR : अब मोबाइल चोरों की खैर नहीं, सरकार ने शुरू किया ऐसा पोर्टल, पलक झपकते ही होगी कड़ी कार्रवाई

इस पोर्टल की कार्यप्रणाली के बारे में किसी और ने नहीं, बल्कि केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी दी है। जिसमें उन्होंने कहा है कि संचार साथी पोर्टल का पहला चरण सीईआईआर (केंद्रीय उपकरण पहचान रजिस्टर) है। यदि आपका मोबाइल फोन खो जाता है, तो आप इस पोर्टल पर जा सकते हैं।

नई दिल्ली। अक्सर लोगों के फोन खो जाते हैं, तो मायूस मन के साथ पुलिस के पास शिकायत तो दर्ज कराते हैं और बदले में उन्हें आश्वासन दिया जाता है कि आपका फोन मिल जाएगा, लेकिन अधिकांश लोगों के लिए यह आश्वासन महज आश्वासन ही रह जाता है, यह वास्तविकता का रूप धारण नहीं कर पाता है। पुलिस कुछ ही लोगों के फोन ढूंढ पाने में सफल रहती है, जबकि अधिकांश लोगों के फोन का कुछ पता नहीं लग पाता है, लेकिन अब केंद्र की मोदी सरकार ने ऐसे ही लोगों के लिए एक ऐसी पहल की है, जिससे अवगत होने के बाद आपकी खुशी का ठिकाना नहीं रहेगा। आखिर क्या है वो पहल। जानने के लिए पढ़िए हमारी यह खास रिपोर्ट..!

दरअसल, अब इस समस्या से निपटने के लिए दूरसंचार विभाग ने एक संचार पोर्टल लॉन्च किया है। यह पोर्टल विशेषतौर पर उन्हीं लोगों के लिए लॉन्च किया गया है, जिनके फोन गुम हो जाते हैं, लेकिन फिर कभी वापस नहीं मिल पाते हैं और कई बार फोन में बहुत जरूरी जानकारियां होती हैं, जिसके लीक होने का डर रहता है। इसी समस्या को ध्यान में रखते हुए यह पोर्टल बहुत उपयोगी है। दरअसल, इस पोर्टल के जरिए, जिनके भी फोन खोए हैं, वो इसे ब्लॉक करा सकेंगे। इससे आपके फोन की जानकारी कोई दूसरा व्यक्ति प्राप्त नहीं कर पाएगा और जिसने आपका फोन चुराया है, उसके लिए आपका फोन महज एक प्लास्टिक के टुकड़े के अलावा और कुछ नहीं होगा। आइए, अब रिपोर्ट में आगे जानते हैं कि आखिर यह पोर्टल कैसे काम करेगा?

इस पोर्टल की कार्यप्रणाली के बारे में किसी और ने नहीं, बल्कि केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी दी है। जिसमें उन्होंने कहा है कि संचार साथी पोर्टल का पहला चरण सीईआईआर (केंद्रीय उपकरण पहचान रजिस्टर) है। यदि आपका मोबाइल फोन खो जाता है, तो आप इस पोर्टल पर जा सकते हैं। इसके बाद आपसे कुछ जानकारी मांगी जाएगी, जिन्हें भरने के कुछ घंटों के बाद से आपसे कानूनी प्रवर्तन और दूरसंचार विभाग की ओर से संपर्क किया जाएगा। इसके बाद आपके फोन को ब्लॉक कर दिया जाएगा।वहीं, केंद्रीय मंत्री ने वाट्सएप पर आने वाले फर्जी कॉल्स के बारे में कहा कि इस पर अंकुश लगाने की दिशा में हमारी सरकार सक्रिय है। मेटा के स्वामित्व वाला ऐप धोखाधड़ी में शामिल किसी भी मोबाइल फोन नंबर से जुड़ी सेवाओं को निष्क्रिय करने पर सहमत हो गया है। उन्होंने आगे कहा कि अभी हाल ही में वाट्सएप कॉल्स को लेकर करीब 36 लाख फोन को ब्लॉक कर दिया गया है।