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Bihar Political Crises : क्या अब प्रिंस राज भी देंगे चाचा पशुपति पारस को दांव, आखिर क्यों लग रही हैं ऐसी अटकलें? जानिए…

Bihar Political Crises : एनडीए ने पशुपति पारस खेमे को एक भी सीट न देकर हाजीपुर समेत पांच सीटें चिराग पासवान के खेमे को दी हैं। जिससे नाराज होकर पशुपति पारस ने मोदी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है हालांकि अभी तक पशुपति पारस ने एनडीए से अलग होने का ऐलान नहीं किया है।

नई दिल्ली। बिहार में लोकसभा चुनाव से पहले सियासी माहौल में गर्मी बढ़ती जा रही है। एनडीए खेमे से राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी को एक भी सीट न दिए मिलने से नाराज पशुपति पारस जो पहले ही मोदी कैबिनेट से इस्तीफा दे चुके हैं, ऐसा लगता है कि उनको अब एक और झटका लगने वाला है। पशुपति पारस जो पहले ही अपने भतीजे और एलजेपी के दूसरे धड़े के नेता चिराग पासवान से मात खाए बैठे हैं उनको अब दूसरे भतीजे प्रिंस राज से भी झटका मिल सकता है।

दरअसल प्रिंस राज ने भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और बिहार के सह प्रभारी विनोद तावड़े से मुलाकात की है और इसकी फोटो खुद अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर शेयर की है। इसी बात को लेकर प्रिंस राज के भाजपा में शामिल होने के कयास लगाए जा रहे हैं। अगर ऐसा होता है तो ये पशुतपि पारस के लिए बहुत ही बड़ा झटका होगा। आपको बता दें कि प्रिंस राज पशुपति पारस के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी से समस्तीपुर सांसद हैं। एनडीए खेमे में चिराग पासवान के नेतृत्व वाली एलजेपी (रामविलास) को हाजीपुर समेत पांच सीट दी गई हैं।

रामविलास पासवान की मृत्यु के बाद चिराग पासवान और उनके चाचा पशुपति पारस के बीच विवाद हो गया था जिस कारण एलजेपी दो धड़ों में बंट गई थी। एक धड़ा लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास जिसके अध्यक्ष चिराग हैं तो दूसरा धड़ा राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी जिसके अध्यक्ष पशुपति पारस हैं। दोनों के ही बीच रामविलास पासवान की राजनीतिक विरासत को लेकर तकरार है। पशुपति पारस मौजूदा समय में रामविलास की कर्मभूमि कही जाने वाली हाजीपुर लोकसभा से सांसद हैं। लेकिन इस बार एनडीए ने पशुपति पारस खेमे को एक भी सीट न देकर हाजीपुर समेत पांच सीटें चिराग पासवान के खेमे को दी हैं। जिससे नाराज होकर पशुपति पारस ने मोदी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया है हालांकि अभी तक पशुपति पारस एनडीए से अलग नहीं हुए हैं। चर्चा ये भी है कि प्रिंस राज चिराग खेमे में जा सकते हैं। जो भी हो चाहे प्रिंस राज बीजेपी में जाएं या चिराग के साथ , दोनों ही सूरत में झटका तो पशुपति पारस को ही लगना है।