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Rajbhar On Akhilesh: ‘सपा में अंदरखाने मची है रार, बीजेपी से मिले हुए हैं अखिलेश यादव’, ओमप्रकाश राजभर ने साधा निशाना

आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव के बाद राजभर और अखिलेश के रास्ते अलग हो गए। अब ओमप्रकाश राजभर मौका मिलने पर अखिलेश यादव पर तंज भी कसते हैं और उनको घेरते भी हैं। मंगलवार को ओमप्रकाश राजभर को फिर मौका मिल गया। मामला रामचरितमानस और स्वामी प्रसाद मौर्य का था।

लखनऊ। साल 2022 में यूपी के विधानसभा चुनाव के दौरान सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के चीफ ओमप्रकाश राजभर ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से हाथ मिलाया था। दोनों अटूट साथ का वादा जनता के सामने कर रहे थे, लेकिन आजमगढ़ लोकसभा उपचुनाव के बाद राजभर और अखिलेश के रास्ते अलग हो गए। अब ओमप्रकाश राजभर मौका मिलने पर अखिलेश यादव पर तंज भी कसते हैं और उनको घेरते भी हैं। मंगलवार को ओमप्रकाश राजभर को फिर मौका मिल गया। मामला रामचरितमानस और स्वामी प्रसाद मौर्य का था। राजभर ने एक के बाद एक कई चैनलों और अखबारों को इंटरव्यू दिया। जिसमें उन्होंने अखिलेश यादव और स्वामी प्रसाद मौर्य पर तीखे तीर चलाए।

swami prasad maurya and om prakash rajbhar

ओमप्रकाश राजभर ने एबीपी न्यूज को दिए इंटरव्यू में दावा किया कि सपा में अंदरखाने नेताओं में रामचरितमानस विवाद पर रार मची है। राजभर ने ये दावा भी किया कि अखिलेश यादव बीजेपी से भीतर ही भीतर मिले हुए हैं। राजभर ने अपने दावे के समर्थन में कहा कि मायावती के साथ सीएम योगी की किसी ने फोटो नहीं देखी होगी, लेकिन गुलदस्ते के साथ अखिलेश की फोटो योगी आदित्यनाथ के साथ सभी ने देखी है। उन्होंने स्वामी प्रसाद मौर्या के बारे में कहा कि वो सत्ता के लालची हैं और जब बीजेपी के साथ थे, तो रामचरितमानस में उनको कोई खराबी नहीं दिख रही थी।

वहीं, जी न्यूज से बातचीत में ओमप्रकाश राजभर ने पिछड़ा और शूद्र के मसले पर अखिलेश को घेरा। राजभर ने कहा कि सपा की 4 बार यूपी में सरकार रही। चारों बार यादव (मुलायम का परिवार) ही सीएम बना। क्यों किसी महिला, दलित या अति पिछड़े को अखिलेश यादव ने सीएम नहीं बनाया? उन्होंने कहा कि अखिलेश आज पिछड़े और शूद्र की बात करते हैं, लेकिन सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट लागू कराने के लिए कुछ नहीं किया। ओमप्रकाश राजभर ने ये भी कहा कि जब सरकार में होते हैं, तो दलितों और अति पिछड़ों पर अत्याचार करते हैं। आज वोटों के लिए उनकी बात कह रहे हैं। राजभर ने ये दावा भी मीडिया से किया कि अब 10 साल तक सपा की सरकार नहीं बनने वाली है। उन्होंने कहा कि अगर अखिलेश यादव विधानसभा में दलित और शूद्र की बात करेंगे, तो मैं खुद उनका काउंटर करके सवाल पूछूंगा।