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Zakir Naik: भगोड़े जाकिर नाइक को भारत को सौंप सकता है ओमान, इन मामलों में है तलाश

Zakir Naik: स्थानीय एबेंसी लगातार ओमान के अधिकारियों के संपर्क में बनी हुई है। भारतीय इंटेलिजेंस के सूत्रों का कहना है कि इस बात की संभावना प्रबल है कि अतिशीघ्र जाकिर को निर्वासित कर लिया जाएगा। जाकिर को हिरासत में लिए जाने के बाद भारतीय इंटेलिजेंस अपनी विधिक टीम को भी ओमान भेजेगी।

नई दिल्ली। कट्टरवादी प्रचारक जाकिर नाइक जल्द ही ओमान से निर्वासित किया जा सकता है। भारतीय इंटेलिजेंस एजेंसियां ओमान के अधिकारियों से जाकिर के निर्वासन को लेकर संपर्क में बनी हुई हैं। न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक, जाकिर को निर्वासित करने की पूरी रूपरेखा तैयार की जा चुकी है। बता दें कि जाकिर को दो लेक्चर ओमान में देने थे। उसके पहले लेक्चर का शीर्षक “कुरान एक वैश्विक आवश्यकता” था, जिसका आयोजन ओमान के अकाफ और धार्मिक मामलों का मंत्रालय द्वारा किया गया था। इसका आयोजन 23 मार्च को होना है, जिसमें जाकिर बाकायदा इस विषय पर लेक्चर देगा और जाकिर का दूसरा लेक्चर ‘मोहम्मद नबी समस्त मानवजाति’ के लिए दया का प्रतीक के विषय पर उसे लेक्चर देना है। जिसका आयोजन आगामी 25 मार्च को सुल्तान कबूस विश्वविद्यालय द्वारा किया जाना था।

स्थानीय एंबेसी लगातार ओमान के अधिकारियों के संपर्क में बनी हुई है। भारतीय इंटेलिजेंस के सूत्रों का कहना है कि इस बात की संभावना प्रबल है कि अतिशीघ्र जाकिर को निर्वासित कर लिया जाएगा। जाकिर को हिरासत में लिए जाने के बाद भारतीय इंटेलिजेंस अपनी विधिक टीम को भी ओमान भेजेगी। ओमान स्थित भारतीय दूतावास ने ओमान विदेशी मंत्रालय के समक्ष भी यह मुद्दा उठाया है, जिस पर ओमान सरकार ने गंभीरता से विचार करने का आश्वासन दिया है। उल्लेखनीय है कि इससे पूर्व कतर ने फीफा वर्ल्ड कप के मौके पर जाकिर नाइक को इस्लाम पर तकरीरें देने के लिए न्योता दिया था।

जाकिर नाइक एक इस्लामिक कट्टरपंथी प्रचारक है, जो कि इस्लामिक मसलों पर अपनी तकरीरों को लेकर हमेशा ही विवादों में रहा है। जाकिर मनी लॉन्ड्रिंग और भड़काऊ भाषण के मामले में भारत में जांच का सामना कर रहा है, जिससे बचने के लिए वो 2016 से मलेसिया में निर्वासित जीवन जी रहा है। बता दें कि इससे पहले भारत सरकार ने जाकिर नाइक के संगठन इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन को दो धर्मों के बीच वैमनस्यता फैलाने के आरोप में गैर-कानूनी घोषित कर दिया था। मार्च 2022 में भारत ने जाकिर के इस संगठन को पांच वर्षों के लिए गैर कानूनों घोषित कर दिया था। जाकिर नाइक नब्बे के दशक में खासा सुर्खियों में रहा था। उस वक्त उसने लोगों को इस्लाम के प्रति प्रेरित किया। यही नहीं, जाकिर पर धर्मांतरण के आरोप भी लग चुके हैं। जाकिर पीस टीव का संचालक भी है, जिसमें वो इस्लामिक मसलों पर अपनी तकरीरों को लेकर सुर्खियों में रहता है।