newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

Omar Abdullah Cabinet Meeting In Pahalgam : पहलगाम में खास मकसद से हुई उमर अब्दुल्ला कैबिनेट की बैठक, आतंक के सरपरस्तों को कड़ा संदेश

Omar Abdullah Cabinet Meeting In Pahalgam : उमर अब्दुल्ला ने कहा, हम पहलगाम में केवल प्रशासनिक या सरकारी कार्यों को पूरा करने के लिए नहीं आए, हम यहाँ यह दिखाने आए हैं कि रक्तपात और हिंसा जम्मू-कश्मीर के लोगों के विकास, समृद्धि और प्रतिनिधित्व के हमारे एजेंडे को पटरी से नहीं उतार पाएगी। शांति के दुश्मन कभी भी हमारे संकल्प को प्रभावित नहीं कर पाएंगे। जम्मू और कश्मीर दृढ़, सशक्त और निडर है।

नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आज अपनी कैबिनेट बैठक पहलगाम में की। पहली बार ऐसा हुआ है कि जम्मू या श्रीनगर से इतर सरकार ने कैबिनेट बैठक की हो। पहलगाम में कैबिनेट बैठक के जरिए उमर अब्दुल्ला यह संदेश देना चाहते थे कि हिंसा और आतंकी घटनाओं विकास और समृद्धि के मार्ग को रोक नहीं पाएंगी। बैठक में जम्मू कश्मीर में पर्यटन को फिर से शुरू करने और अमरनाथ यात्रा सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा की गई। बैठक के बाद उमर अब्दुल्ला ने खुद अपना उद्देश्य स्पष्ट किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पहली बार है जब हमने जम्मू या श्रीनगर से बाहर कैबिनेट की बैठक की है। हालाँकि हमने बैठक के दौरान सरकार के एजेंडे का पालन किया, लेकिन हम पहलगाम में केवल प्रशासनिक या सरकारी कार्यों को पूरा करने के लिए नहीं आए, हम यहाँ यह दिखाने आए हैं कि रक्तपात और हिंसा जम्मू-कश्मीर के लोगों के विकास, समृद्धि और प्रतिनिधित्व के हमारे एजेंडे को पटरी से नहीं उतार पाएगी। इस बैठक के माध्यम से, हम कश्मीर के लोगों, विशेष रूप से पहलगाम के लोगों को 22 अप्रैल के हमले के बाद उनके साहस, एकता और हिंसा के खिलाफ मजबूत रुख के लिए अपना आभार व्यक्त करना चाहते हैं और उन्हें सलाम करना चाहते हैं।

उमर अब्दुल्ला ने कहा, हम आतंक के कायराना कृत्यों से भयभीत नहीं हैं। शांति के दुश्मन कभी भी हमारे संकल्प को प्रभावित नहीं कर पाएंगे। जम्मू और कश्मीर दृढ़, सशक्त और निडर है। उमर ने पहलगाम में नदी के किनारे बैठे अपनी कुछ फोटो भी अपने सोशल मीडिया पोस्ट पर पोस्ट की हैं। उन्होंने लिखा, कैबिनेट मीटिंग की अध्यक्षता के साथ हम स्थानीय लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त करने आए पहलगाम आए हैं। हम उन सभी पर्यटकों का भी शुक्रिया अदा करने आए हैं जो धीरे-धीरे कश्मीर और पहलगाम की ओर लौट रहे हैं।