मुंबई/नई दिल्ली। महाराष्ट्र कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शामिल और पूर्व सांसद मिलिंद देवड़ा ने पार्टी से परिवार का 55 साल पुराना नाता तोड़ने का एलान करने के बाद मुंबई के सिद्धिविनायक मंदिर जाकर दर्शन किए। मिलिंद देवड़ा ने इसके बाद कहा कि वो अब विकास के रास्ते पर चल पड़े हैं। कयास ये हैं कि मिलिंद देवड़ा अब एकनाथ शिंदे की शिवसेना का दामन थाम सकते हैं। उद्धव ठाकरे गुट की तरफ से मिलिंद की मुंबई दक्षिण लोकसभा सीट पर दावा ठोकने और इस पर कांग्रेस की चुप्पी से मिलिंद नाराज बताए जा रहे हैं।
#WATCH | On his resignation from Congress, Milind Deora says, “I am walking on the path of development.” pic.twitter.com/N1W1Kr04DQ
— ANI (@ANI) January 14, 2024
इस बीच, मिलिंद के इस्तीफे के बाद कांग्रेस और बीजेपी में बयानबाजी की जंग हो रही है। कांग्रेस ने जहां मिलिंद के इस्तीफे में पीएम नरेंद्र मोदी का हाथ बताया है। वहीं, बीजेपी ने राहुल गांधी की आज से शुरू हो रही भारत जोड़ो न्याय यात्रा से मिलिंद के इस्तीफे को जोड़ा है। न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक कांग्रेस के प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद जयराम रमेश ने बयान में कहा है कि मिलिंद के इस्तीफे की टाइमिंग पीएम मोदी की तरफ से तय की हुई लग रही है। वहीं, एक्स पर एक पोस्ट में जयराम रमेश ने मिलिंद के पिता और कांग्रेस के दिग्गज नेता रहे मुरली देवड़ा का नाम लेकर कहा कि उनके सभी दलों में दोस्त थे, लेकिन वो हमेशा कांग्रेस के साथ मजबूती से खड़े रहे।
I recall my long years of association with MURLI Deora with great fondness. He had close friends in all political parties, but was a stalwart Congressman who ALWAYS stood by the Congress party — through thick and thin.
Tathastu!
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) January 14, 2024
वहीं, बीजेपी की तरफ से जयराम रमेश को पार्टी की आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने पलटवार कर जवाब दिया। आप देखिए कि अमित मालवीय ने मिलिंद देवड़ा के कांग्रेस छोड़ने वाले एक्स पोस्ट को रीपोस्ट करते हुए किस तरह राहुल गांधी और उनकी भारत जोड़ो न्याय यात्रा पर तंज कसा।
राहुल गांधी को पहले अपनी पार्टी के नेताओं के साथ न्याय करना चाहिए। न्याय यात्रा बाद में। https://t.co/bjVPaSVlXj
— Amit Malviya (@amitmalviya) January 14, 2024
कुल मिलाकर मिलिंद देवड़ा के इस्तीफे से राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा के पहले ही दिन कांग्रेस को महाराष्ट्र में जोर का झटका लगा है। हालांकि, मिलिंद देवड़ा 2014 और 2019 में कांग्रेस के टिकट पर मुंबई दक्षिण लोकसभा सीट नहीं जीत सके थे, लेकिन पिता मुरली देवड़ा की विरासत और राहुल गांधी से करीबी के कारण कांग्रेस में उनको बड़े नेता का दर्जा हासिल रहा। खास बात ये भी है कि मिलिंद देवड़ा ने अनुच्छेद 370 और कई अन्य मामलों में कांग्रेस में रहते हुए भी पीएम नरेंद्र मोदी का समर्थन किया था। अब वो एकनाथ शिंदे की शिवसेना के पाले में जाते हैं, तो कांग्रेस के लिए महाराष्ट्र और खासकर मुंबई में दिक्कत का सबब जरूर बन सकते हैं।