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Manipur Violence: मणिपुर का दौरा करने के बाद दिल्ली लौटा विपक्षी प्रतिनिधिमंडल, उठाया ये बड़ा कदम, अब ऐसा होगा अगला प्लान?

Manipur Violence: अधीर ने सवाल उठाया कि केंद्र लगातार दावा कर रहा है कि मणिपुर में स्थिति दुरूस्त हो रही है, लेकिन मैं यह पूछना चाहता हूं कि अगर वहां सच में स्थिति दुरूस्त हो रही है, तो अभी-भी वहां रिलिफ कैंप क्यों लगे हुए हैं। अगर केंद्र यह दावा कर रहा है कि वहां स्थिति दुरूस्त हो रही है , तो वहां लोग क्यों मदद की गुहार लगा रहे हैं।

नई दिल्ली। 20 सदस्यीय विपक्षी दलों का प्रतिनिधिमंडल हिंसाग्रस्त राज्य मणिपुर का दौरा करने के बाद आज दिल्ली लौट आया। दिल्ली आने के बाद विपक्षी दलों ने मणिपुर के राज्यपाल अनुसुइया उइके को ज्ञापन सौंपा जिसमें पूर्वोत्तर राज्य में शांति स्थापित करने की मांग की गई थी। इसके अलावा विपक्षी दलों के नेताओं ने केंद्र की मोदी सरकार पर जोरदार हमला भी बोला। विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि पिछले ढाई माह से मणिपुर हिंसा की आग में झुलस रहा है, लेकिन केंद्र सरकार ने मौन साधा हुआ है। केंद्र सरकार मणिपुर में शांति स्थापित करने की दिशा में कोई कदम नहीं उठा रही है।

यही नहीं, अधीर ने सवाल उठाया कि केंद्र लगातार दावा कर रहा है कि मणिपुर में स्थिति दुरूस्त हो रही है, लेकिन मैं यह पूछना चाहता हूं कि अगर वहां सच में स्थिति दुरूस्त हो रही है, तो अभी-भी वहां रिलीफ कैंप क्यों लगे हुए हैं। अगर केंद्र यह दावा कर रहा है कि वहां स्थिति दुरूस्त हो रही है, तो वहां लोग क्यों मदद की गुहार लगा रहे हैं। इस बीच कांग्रेस नेता फूलो देवी नेताम ने कहा कि अभी-भी रिलीफ कैंप में रह रहे लोगों को सिर्फ दाल चावल ही मिल रहे हैं।

उन्हें उनकी अन्य जरूरतों की सामग्री उपलब्ध नहीं करवाई जा रही है, जिसकी वजह से उन्हें अन्य दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन केंद्र को इन बातों से कोई फर्क नहीं पड़ता है। बता दें कि बीते दिनों मणिपुर में शांति स्थापित करने की दिशा में 33 हजार जवानों की तैनाती की गई थी।

इसके अलावा वायरल वीडियो मामले की जांच केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर सीबीआई को सौंप दी गई थी। वहीं, केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर मामले की जांच मणिपुर से बाहर कराने जाने की मांग की थी। उधऱ, इस पूरे मसले को लेकर विपक्ष और सत्तापक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी जारी है। अब ऐसे में यह पूरा माजरा आगामी दिनों में क्या रुख अख्तियार करता है। इस पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी।