नई दिल्ली। आखिरकार आज संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान पैसे लेकर सवाल पूछने के आरोपों में घिरीं टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा की एथिक्स की जांच रिपोर्ट के आधार पर संसद सदस्यता रद कर दी गई। बता दें कि आज एथिक्स कमेटी ने महुआ के खिलाफ 50 पेज की रिपोर्ट पेश की थी। जिसमें महुआ पर कई गंभीर आरोपों के दोषसिद्धी की बात कही गई थी। इतना ही नहीं, रिपोर्ट में यह भी कहा गया था कि महुआ ने दुबई से अपने लोकसभा पोर्टल के लॉग-इन किया। इस बारे में बीते दिनों एथिक्स कमेटी ने उनसे सवाल किया था, लेकिन उन्होंने किसी भी प्रकार का जवाब देने से गुरेज ही किया। इतना ही नहीं, मीडिया एथिक्स कमेटी ने आरोप लगाया कि महुआ का रवैया बिल्कुल भी जांच के प्रति सहयोग्यात्मक नहीं रहा था, बल्कि कई बार उन्होंने अर्मायदित व्यवहार भी किया था।
‘कैश फॉर क्वेरी’ मामले में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा को लोकसभा से निष्कासित किया गया।
एथिक्स कमेटी की रिपोर्ट आज सदन में पेश की गई। pic.twitter.com/7L6TQEWLdM
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 8, 2023
एकजुट हुआ विपक्ष
उधर, महुआ मोइत्रा की लोकसभा सदस्या रद्द किए जाने के बाद सभी विपक्ष एकजुट हो चुके हैं। महुआ के खिलाफ हुई इस कार्रवाई ने सभी एक सुर से निंदा कर रहे हैं। कोई इसे तानाशाही की प्रतिक बता रहा है, तो कोई इसे मोदी सरकार की मनमर्जी। लिहाजा महुआ के खिलाफ हुई इस कार्रवाई के विरोध में सभी विपक्षी दलों ने सदन से वॉकआउट कर मीडिया से बातचीत के दौरान केंद्र की मोदी सरकार जमकर निशाना साधा।
#WATCH लोकसभा में महुआ मोइत्रा को टीएमसी सांसद के रूप में निष्कासित करने का प्रस्ताव पारित होने के बाद विपक्षी सांसद संसद परिसर से वॉकआउट कर गए। pic.twitter.com/C9DMwDtH1y
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क्या बोलीं महुआ
वहीं, महुआ ने अपने खिलाफ हुई इस कार्रवाई की आलोचना की, जिसमें उन्होंने कहा कि, ‘‘”…अगर इस मोदी सरकार ने सोचा कि मुझे चुप कराकर वे अडानी मुद्दे को खत्म कर देंगे, मैं आपको यह बता दूं कि इस कंगारू कोर्ट ने पूरे भारत को केवल यह दिखाया है कि आपने जो जल्दबाजी और उचित प्रक्रिया का दुरुपयोग किया। उन्होंने आगे कहा कि, ‘‘”एथिक्स कमेटी के पास निष्कासित करने का कोई अधिकार नहीं है…यह आपके (बीजेपी) अंत की शुरुआत है।
जानिए पूरा माजरा
आपको बता दें कि बीते दिनों गोड्डा से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा स्पीकर को लिखे पत्र में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा पर सदन में व्यापारी दर्शन हीरानंदानी से पैसे लेकर उनके हित में सवाल पूछने का आरोप लगयाा था। हालांकि, बाद में उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया था और यह भी स्पष्ट कर दिया था कि वो हर प्रकार की जांच का सामना करने के लिए तैयार हैं।
#WATCH लोकसभा सदस्य के रूप में अपने निष्कासन पर महुआ मोइत्रा ने कहा, “…अगर इस मोदी सरकार ने सोचा कि मुझे चुप कराकर वे अडानी मुद्दे को खत्म कर देंगे, मैं आपको यह बता दूं कि इस कंगारू कोर्ट ने पूरे भारत को केवल यह दिखाया है कि आपने जो जल्दबाजी और उचित प्रक्रिया का दुरुपयोग किया… pic.twitter.com/PHgyF6ZRO0
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#WATCH टीएमसी सांसद के रूप में अपने निष्कासन के बाद महुआ मोइत्रा ने कहा, “एथिक्स कमेटी के पास निष्कासित करने का कोई अधिकार नहीं है…यह आपके (बीजेपी) अंत की शुरुआत है।” pic.twitter.com/2avN2S2qqs
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