नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाए जाने की चौथी वर्षगांठ पर कथित तौर पर कई पीडीपी नेताओं को हिरासत में लिया गया और पार्टी प्रमुख महबूबा मुफ्ती को नजरबंद कर दिया गया। इसके जवाब में कांग्रेस नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने ट्वीट के जरिए सरकार पर तीखा हमला बोला।
उन्होंने कहा, ”सरकार और जम्मू-कश्मीर के एलजी उस ‘शांति’ का जश्न मना रहे हैं जो कथित तौर पर राज्य (अब यूटी) में लौट आई है। मैं राष्ट्रपति कैनेडी को याद दिलाना चाहता हूं, जिन्होंने ‘कब्रिस्तान की शांति और चुप्पी’ के खिलाफ चेतावनी दी थी गुलामी की। अपनी आलोचना जारी रखते हुए, कांग्रेस नेता ने सवाल किया, “अगर जम्मू-कश्मीर में इतनी शांति है, तो सरकार ने महबूबा मुफ्ती को घर में नजरबंद क्यों कर दिया है और पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस के कार्यालयों को सील कर दिया है? पूरे भारत में स्वतंत्रता का दमन किया गया है, लेकिन जम्मू-कश्मीर में इसमें सबसे ज्यादा कटौती की गई है।”
The Government and the LG of Jammu & Kashmir celebrate the “peace” that has descended on the State (now UT) after the abrogation of Article 370
I wish to quote President Kennedy who warned against the “peace of the grave and the silence of the slave”
If there is so much peace…
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) August 6, 2023
पी.चिदंबरम के ट्वीट ने क्षेत्र की स्थिति पर ध्यान आकर्षित किया है और राज्य की राजनीतिक स्थिति और लोगों के जीवन पर इसके प्रभाव पर बहस फिर से शुरू कर दी है।