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Kedarnath Dham Doors Will Open Tomorrow : केदारनाथ धाम पहुंची पंचमुखी चल विग्रह डोली, कल खुलेंगे मंदिर के कपाट

Kedarnath Dham Doors Will Open Tomorrow : केदारनाथ मंदिर को 108 क्विंटल फूलों से सजाया गया है। मंदिर की छटा देखते ही बन रही है। बड़ी संख्या में तीर्थयात्री केदारनाथ धाम में मौजूद हैं जो कल सुबह पट खुलने के बाद भोलेनाथ के दर्शन कर पुण्य प्राप्त करेंगे। यात्रा और तीर्थयात्रियों को लेकर प्रशासन के द्वारा भी तैयारी पूरी कर ली गई हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। सीएम ने अधिकारियों को धरातल पर उतरकर स्वयं व्यवस्थाओं के स्थलीय निरीक्षण के निर्देश दिए हैं।

नई दिल्ली। उत्तराखंड के गौरीकुंड से विधिवत पूजा-अर्चना के बाद बाबा केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह डोली आज श्री केदारधाम पहुंच गई। इसी के साथ अब कल सुबह मंत्रोच्चार के बीच केदारनाथ के कपाट खोल दिए जाएंगे। जैसे ही डोली केदारनाथ धाम पहुंची वहां मौजूद भक्तों के ‘जय बाबा केदार’ और ‘हर-हर महादेव’ के उद्घोष से पूरा धाम गूंज उठा। केदारनाथ मंदिर को 108 क्विंटल फूलों से सजाया गया है। मंदिर की छटा देखते ही बन रही है। बड़ी संख्या में तीर्थयात्री केदारनाथ धाम में मौजूद हैं जो कल सुबह पट खुलने के बाद भोलेनाथ के दर्शन कर पुण्य प्राप्त करेंगे।

उधर, यात्रा और तीर्थयात्रियों को लेकर प्रशासन के द्वारा भी तैयारी पूरी कर ली गई हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी खुद इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं। सीएम ने अधिकारियों को धरातल पर उतरकर स्वयं व्यवस्थाओं के स्थलीय निरीक्षण के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री खुद भी चारधाम की यात्रा के लिए उत्तराखंड पहुंचे श्रद्धालुओं से मिल रहे हैं। सीएम धामी का कहना है कि श्रद्धालुओं की यात्रा को सुगम, सुरक्षित एवं भक्तिपूर्ण बनाने के लिए हमारी सरकार कृत संकल्पित भाव से कार्य कर रही है। हमारा प्रयास है कि यहां आने वाले हर श्रद्धालु की यात्रा अविस्मरणीय बने। बता दें कि 30 अप्रैल गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुल चुके हैं। केदारनाथ धाम के कपाट कल खुलेंगे, इसके बाद 4 मई को बदरीनाथ धाम के पट खुलेंगे।

रुद्रप्रयाग के एसपी अक्षय प्रहलाद कोंडे ने कहा, हमने मुख्यमंत्री के निर्देश पर दिसंबर से ही तैयारियां शुरू कर दी थीं। चूंकि यह यात्रा इतने बड़े पैमाने की है, इसलिए हमारी पहली प्राथमिकता तीर्थयात्री और उनकी सुरक्षा है। हम मंदिर की सुरक्षा बढ़ा रहे हैं और मंदिर क्षेत्र में तलाशी शुरू कर रहे हैं। यात्रा प्रबंधन के लिए आईटीबीपी की एक पूरी कंपनी वहां मौजूद रहेगी। आतंकवाद निरोधक दस्ता, उत्तराखंड पुलिस की सामान्य बटालियन, जिला पुलिस और उत्तराखंड पुलिस के अन्य बल वहां मौजूद रहेंगे। हम रुद्रप्रयाग जिले के प्रवेश बिंदु से ही सुरक्षा व्यवस्था कर रहे हैं। इस बार पर्यटन विभाग की पहल पर हम टोकन सिस्टम शुरू कर रहे हैं, सभी को एक घंटे का स्लॉट मिलेगा और हम उन्हें श्रद्धालुओं को उनके स्लॉट से 15 मिनट पहले ही अंदर जाने देंगे, हम यह सब व्यवस्थित तरीके से करेंगे, अगले 2 महीने तक वीआईपी मूवमेंट को ना कह दिया गया है।