
कठुआ। जम्मू-कश्मीर के कठुआ में सेना के वाहन पर हमला करने की जिम्मेदारी कश्मीर टाइगर्स नाम के आतंकवादी संगठन ने ली है। इस हमले में सेना के 5 जवान शहीद हो गए और 5 अन्य घायल हैं। जानकारी के मुताबिक सेना पर हमला करने वाले आतंकियों की तलाश के लिए इलाके में पैरा कमांडो तैनात किए गए हैं। जंगलों में आतंकियों की तलाश तेजी से चल रही है।
आतंकी संगठन ने अपने बयान में दावा किया है कि उसने सेना के वाहन पर हमला करने के लिए ग्रेनेड और एम-4 असॉल्ट रायफलों का इस्तेमाल किया। उसने और हमले करने की धमकी भी दी है। डोडा में पिछले दिनों 3 आतंकियों को मारा गया था। आतंकी संगठन ने कहा है कि इसी का बदला लेने के लिए उसने कठुआ में सेना पर हमला किया। आतंकी हमले में घायल जवानों ने बताया है कि पहले आतंकियों ने वाहन पर ग्रेनेड फेंका और फिर ताबड़तोड़ फायरिंग की। सेना के जवानों ने उनका मुकाबला किया, लेकिन आतंकवादी जंगल में भाग गए।
सेना के वाहन पर हमला बदनोता गांव में किया गया। जिस वक्त हमला किया गया, उस वक्त सेना के जवान गश्त पर थे। फिलहाल बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान जारी है। सभी रास्तों पर नाकाबंदी कर वाहनों की जांच चल रही है। जम्मू-कश्मीर में पिछले एक महीने से आतंकी हमलों में बढ़ोतरी देखी जा रही है। मोदी सरकार के शपथग्रहण के दिन ही हिंदू तीर्थयात्रियों की बस पर आतंकी हमला हुआ था। जिसके बाद सेना की चौकियों और ठिकानों पर भी आतंकियों ने हमले किए हैं। दो दिन पहले ही कुलगाम में सेना ने दो अलग-अलग एनकाउंटर में 6 आतंकियों को मार गिराया है। अब कठुआ में सेना के वाहन पर हमला करने वाले आतंकियों की तलाश की जा रही है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बीते दिनों बड़ी बैठक कर आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई तेज करने को कहा था। उस बैठक के बाद से ही कई आतंकी हमले हो चुके हैं।