newsroompost
  • youtube
  • facebook
  • twitter

कोरोनावायरस की जिस दवा का दावा पतंजलि ने किया, उसका नाम रखा है ‘कोरोनिल’, पहले चरण का ट्रायल पूरा

स्वामी रामदेव ने बताया कि गिलोय, अदरक, कच्ची हल्दी, काली मिर्च, तुलसी के पत्ते, मुलेठी, अश्वगंधा, शतावर, दालचीनी, आंवला, नीम, इन सभी को कूटना है और इस काढ़े को घर में बनाकर पी सकते हैं।

नई दिल्ली। कोरोनावायरस से बचाव को लेकर पतंजलि ने जिस दवा का दावा किया है उसका नाम अब सामने आया है। पतंजलि ने उसका नाम कोरोनिल रखा है। कोरोनिल को लेकर जानकारी सामने आई है कि, इस दवा का पहले चरण का क्लीनिकल ट्रायल पूरा हो गया है। इंडिया टीवी को मिली जानकारी के मुताबिक, कोरोनिल दवा से अभी तक सैकड़ों लोग ठीक हो गए है।

corona medicine

इस दवा को लेकर पतंजलि ने दावा किया है कि, अक्टूबर 2019 से ही कोरोना वायरस के इलाज के लिए रिसर्च शुरू कर दी गई थी और अब पतंजलि ने इसकी दवाई बनाकर तैयार कर दी है। अगर सब कुछ सही गया तो कोरोना महामारी के इलाज में ये कदम दुनियाभर में सबसे कारगर साबित होगा। कोरोना के इलाज में सलाह दी गई है कि मरीजों को ‘कोरोनिल’ के साथ ही श्वासारि वटी भी दें। इसकी एक-एक गोली सुबह शाम देने से फायदा होगा। इसके अलावा स्वामी रामदेव ने एक काढ़े के बारे में बताया, जो कोरोना से इलाज में फायदा देगा।

Swami ramdev

इससे अलग स्वामी रामदेव ने बताया कि गिलोय, अदरक, कच्ची हल्दी, काली मिर्च, तुलसी के पत्ते, मुलेठी, अश्वगंधा, शतावर, दालचीनी, आंवला, नीम, इन सभी को कूटना है और इस काढ़े को घर में बनाकर पी सकते हैं।

world corona

इससे पहले कल पतंजलि के सीईओ आचार्य बालकृष्ण ने कहा था कि कोरोना संकट आने के बाद हमने वैज्ञानिकों की पूरी टीम को इसकी दवा खोजने के काम पर लगाया। पहले हमने वे अवयव तलाशे जिनसे कोरोना का इलाज किया जा सकता है। इसके बाद हमने कई पॉजिटिव मरीजों पर क्लिनिकल केस ​स्टडी की। यहां हमें 100 प्रतिशत सफलता मिली है।