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विक्रम बत्रा का बलिदान दिवस आज, कारगिल युद्ध के हीरो को लोग ऐसे कर रहे याद

सोशल मीडिया पर भले ही आज महेंद्र सिंह धोनी ट्रेंड कर रहे हो। लेकिन करगिल जंग के हीरो विक्रम बत्रा को याद करनेवालों की भी कमी नहीं है। दरअसल, करगिल के शेरशाह के नाम से प्रसिद्ध कैप्टन विक्रम बत्रा आज ही के दिन 1999 में शहीद हुए थे।

नई दिल्ली। सोशल मीडिया पर भले ही आज महेंद्र सिंह धोनी ट्रेंड कर रहे हो। लेकिन करगिल जंग के हीरो विक्रम बत्रा को याद करने वालों की भी कमी नहीं है। दरअसल, करगिल के शेरशाह के नाम से प्रसिद्ध कैप्टन विक्रम बत्रा आज ही के दिन 1999 में शहीद हुए थे। आज उनके बलिदान दिवस पर सोशल मीडिया पर #VikramBatra ट्रेंड कर रहा है। यूजर्स उनके फेमस डायलॉग ‘ये दिल मांगे मोर’ को भी याद कर रहे हैं।

कैप्टन विक्रम बत्रा का जन्म 9 सितंबर, 1974 को हिमाचल प्रदेश के पालमपुर में हुआ था। 7 जुलाई को अपने एक जूनियर साथी को बचने के लिए उन्होंने अपना बलिदान दिया था। इससे पहले उन्होंने 17000 फीट की ऊंचाई पर स्थित पॉइंट 4875 और 4750 पर भी भारतीय सैनिकों का कब्जा करवाने में अहम रोल अदा किया था।

कारगिल युद्ध के हीरो विक्रम बत्रा ने अपने सैन्‍य जीवन की शुरुआत 6 दिसंबर 1997 को भारतीय सेना की 13 जम्मू-कश्मीर राइफल्स से की थी। घटना उन दिनों की है जब भारतीय सेना और आतंकियों के भेष में आए पाकिस्‍तानी सेना के जवानों के बीच कारगिल का युद्ध जारी था। कमांडो ट्रेनिंग खत्‍म होते ही लेफ्टिनेंट विक्रम बत्रा की तैनाती कारगिल युद्ध क्षेत्र में कर दी गई थी। 1 जून, 1999 को अपनी यूनिट के साथ लेफ्टिनेंट विक्रम बत्रा ने दुश्‍मन सेना के खिलाफ मोर्चा संभाल लिया था।

कैप्‍टन विक्रम बत्रा के साहस और पराक्रम के लिए 15 अगस्त 1999 को उन्‍हें वीरता के सर्वोच्‍च सम्‍मान परमवीर चक्र से सम्‍मानित किया गया। इस मौके पर भारतीय सेना के अकाउंट से लिखा गया कि भारतीय सेना ने अदम्य साहस,पराक्रम व बलिदान का परिचय देते हुए प्वाइंट 4875 पर कब्ज़ा किया। जयघोष से द्रास की श्रंखलाएं गूंज उठी। मातृभूमि के प्रति अपनी निष्ठा और समर्पण से सदैव भारतीय वसुंधरा को गौरवान्वित करने वाले देश के वीर जवानों को हमारा नमन।

भारतीय सेना के उत्तरी कमान ने भी इस मौके पर कारगिल हीरो विक्रम बत्रा को याद किया।

एक यूजर्स ने लिखा, ”लोग क्रिकेटर के जन्मदिन पर खुश हैं। लेकिन उन्हें यह नहीं पता आज एक सैनिक ने बलिदान दिया था।”

वहीं किसी ने लिखा कि विक्रम बत्रा सभी के दिलों में हमेशा जिंदा रहेंगे।

लोगों ने करगिल जंग के हीरो विक्रम बत्रा को श्रद्धांजलि दी और याद किया।

लोग विक्रम बत्रा के बयान, उनकी फोटोज और पुराने इंटरव्यूज शेयर करके उनको याद कर रहे हैं।