नई दिल्ली। आगामी 22 जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन होना है। केंद्र सरकार की ओर से कार्यक्रम में शामिल होने के बाबत अनेकों गणमान्य सहित राजनेताओं को आमंत्रण भेजा गया, जिसे कुछ राजनेताओं ने तो स्वीकार कर लिया, लेकिन कुछ ने अस्वीकार भी किया। बता दें कि बीते दिनों इंडिया गठबंधन ने भी राम मंदिर कार्यक्रम में शामिल होने के बाबत भेजे गए न्योते को ठुकरा दिया था, जिस पर बीजेपी ने रोष प्रकट किया था।
बीजेपी ने कांग्रेस के रूख को मौसमी हिंदू बताया था। बीजेपी ने अपने बयान में कहा था कि जब चुनाव आता है, तो कांग्रेस का हिंदुत्व जाग जाता है और जब चुनाव खत्म हो जाता है, तो कांग्रेस का हिंदुत्व खत्म हो जाता है। उधर, मणिपुर में भारत न्याय यात्रा की अगुवाई कर रहे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को राजनीतिक कार्यक्रम में तब्दील कर दिया, जिसे ध्यान में रखते हुए हमने इसका बहिष्कार करने का फैसला किया।
Exceptional efforts of Swachhata related activities are being undertaken in temple complexes across the nation, under #SwachhTeerth
People from all walks of life are enriching the cause with their efforts, on the clarion call of PM @narendramodi
Offer your Shramdaan and share… pic.twitter.com/HL4hl1uycs
— narendramodi_in (@narendramodi_in) January 16, 2024
उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा को लेकर हो रही सियासत पर नाराजगी जाहिर की थी। वहीं, बीते दिनों पीएम मोदी ने एक कार्यक्रम में सभी लोगों से धार्मिक स्थलों को स्वच्छ रखने का आह्वान किया था, जिसके बाद अनेकों ने लोगों ने धार्मिक स्थलों को स्वच्छ रखने की दिशा मे अपने कदम आगे बढ़ाए। बीते दिनों मकर संक्रांति के मौके पर भी केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल सहित अन्य नेताओं ने मंदिरों में झाड़ू लगाया था। वहीं, स्वच्छ तीर्थ के तहत देश भर के मंदिर परिसरों में स्वच्छता संबंधी गतिविधियों के असाधारण प्रयास किए जा रहे हैं।