नई दिल्ली। जनरल बिपिन रावत अब हमारे नहीं रहे। नहीं रहे तीनों ही सेनाओं के पितामह कहे जाने वाले रावत साहब जिन्हें देश का पहला सीडीएस होने का गौरव प्राप्त था और जिन्होंने न जाने कितने ही मौकों पर चीन और पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया था। आज ऐसे महान विभूति के सुपर्द-ए-खाक हो जाने से भारतीय सैन्य बलों को अपूरनीय क्षति पहुंची है, जिसकी भरपाई शायद ही कभी की जा सकेगी। बता दें कि कुन्नूर में हेलीकॉप्टर क्रैश होने से उसमें सवार बिपिन रावत समेत 13 अन्य शीर्ष सैन्य अधिकारी काल के गाल में समा गए। मां भारती के लाल के निधन पर आज हिंदुस्तान की धरा मायूस है। हर आंखों में अश्कों का दरिया अपने उफान पर है। नम आंखों से सभी बिपिन रावत समेत अपनी जान गंवाने वाले अन्य शीर्ष सैन्य कर्मियों को सभी नमन कर रहे हैं।
इस बीच पत्रकार दीपकर चौरसिया की एकंरियंग का एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है, जिसमें वे सीडीएस बिपिन रावत के अंतिम संस्कार की गतिविधियों को दर्शकों को बता रहे हैं, लेकिन इस दौरान उनकी जुबां से निकलने वाले बेशुमार अल्फाज लड़खड़ा गए, जिसने अर्थ के अनर्थ अनर्थ करके रख दिए और चौरसिया द्वारा किए जाने वाले इन अनर्थों को देखकर सोशल मीडिया पर लोगों का गुस्सा भड़का गया और उन्होंने एंकर की क्लास लगा दी। कहीं कहीं दीपक चौरसियां एंकरिंग करते दौरान शब्दों की मर्यादा भी पार कर गए। जिसे लेकर अब सोशल मीडिया पर उनकी तबयीत के नसाज होने की बात कही जा रहे हैं। अगर दीपक चौरसियां की एंकरिंग का वीडियो देखेंगे, तो उसमें आप उन्हें बिपिन रावत को संबोधित करने के दौरान इस्तेमाल किए जाने वाले जनरल शब्द को जर्नलिस्ट करते हुए सुनेंगे।
What happened to @DChaurasia2312? Is he not well? Why was he removed from his show ‘Desh ki Behas’ in mins? Why is his show not uploaded on YT? Didn’t look like he was in his usual sense. Nothing he spoke made sense too. Referred to Gen Bipin Rawat as VP Singh & many such errors pic.twitter.com/7YBSUV3TFl
— Mohammed Zubair (@zoo_bear) December 10, 2021
यही नहीं, महज एक या दो नहीं, बल्कि कई जगहों पर उन्होने जनरल शब्द को जर्नलिस्ट कहकर उच्चारित किया है। अब ऐसे में अब जनरल और जनर्लिस्ट में कितना फर्क है, यह तो फिलहाल आपको बताने की जरूरत है, बस अब उनकी इस चूक को लेकर सोशल मीडिया पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आ रही है। आइए, आपको लोगों की कछ ऐसी ही प्रतिक्रियाओं के बारे में बताते हैं।
दीपक चौरसिया की एंकरिंग पर लोगों की प्रतिक्रियाएं
रणविजय सिंह (@ranvijaylive) नाम के यूजर लिखते हैं कि इनको क्या हो गया है? कोई जानकार बताए। अलका साहू (@AlkaAgga) नाम के टि्वटर हैंडल से कमेंट आया कि दुखी होने की एक्टिंग कर रहे हैं शायद। मिताली मुखर्जी (@MitaliLive) नाम की ट्विटर यूजर लिखती है कि क्या यह इसी संसार में हो रहा है। मुझे नहीं पता कि इनके इस बिहेवियर का क्या कारण है लेकिन एंकर को ऐसी स्थिति में ऑन एयर नहीं होना चाहिए। यह बहुत गैर जिम्मेदाराना है।
रणविजय सिंह (@ranvijaylive) नाम के यूजर लिखते हैं कि इनको क्या हो गया है? कोई जानकार बताए। अलका साहू (@AlkaAgga) नाम के टि्वटर हैंडल से कमेंट आया कि दुखी होने की एक्टिंग कर रहे हैं शायद। मिताली मुखर्जी (@MitaliLive) नाम की ट्विटर यूजर लिखती है कि क्या यह इसी संसार में हो रहा है। मुझे नहीं पता कि इनके इस बिहेवियर का क्या कारण है लेकिन एंकर को ऐसी स्थिति में ऑन एयर नहीं होना चाहिए। यह बहुत गैर जिम्मेदाराना है। साक्षी जोशी ने इस वीडियो पर कमेंट किया, “निहायत ही शर्मनाक और निंदनीय..हमारे सैनिकों का अपमान करने वाले फर्जी राष्ट्रवादी चैनल को जवाबदेह होने की ज़रूरत है कि उन्होंने ऐसा करने के लिए हिम्मत कैसे की।”
खैर, इस तरह की प्रतिक्रियाओं की बारिश अभी दीपक चौरसिया की एंकरिंग पर अभी और भी देखने को मिलेंगे, लेकिन आपको बता दें कि ये कोई पहली मर्तबा नहीं है कि जब वे अपनी एकंरिंग शैली को लेकर इस तरह से अपने आलोचकों के निशाने पर आए हैं, बल्कि इससे पहले भी वे कई मौकों पर अपनी एंकगिंर शैली को लेकर लोगों द्वारा दी जाने वाली तीखी प्रतिक्रियाओं के शिकार हो चुके हैं, लेकिन जब बात तीनों ही सेनाओं के पितामह माने जाने वाले जनरल बिपिन रावत के निधन के मीडिया कवरेज की आती है, तो ऐसे में यह पत्रकारों का मूल कर्तव्य बन जाता है कि वो इसे मर्यादित रहकर कवरेज करें।