नई दिल्ली। कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने लोकसभा चुनाव खत्म होते ही प्रदेश के लोगों को बड़ा झटका दिया है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने पेट्रोल और डीजल पर लगने वाले सेल्स टैक्स को बढ़ा दिया है। इस कारण पेट्रोल 3 रुपए और डीजल 3.05 रुपए महंगा हो गया। सरकार के आदेशानुसार, पेट्रोल पर कर्नाटक बिक्री कर (केएसटी) 25.92 प्रतिशत से बढ़ाकर 29.84 प्रतिशत कर दिया गया है। वहीं डीजल पर लगने वाले कर को 14.3 प्रतिशत से बढ़ाकर 18.4 प्रतिशत किया गया है। वित्त विभाग द्वारा कहा गया है कि पेट्रोल और डीजल की यह बढ़ी हुई दरें तत्काल प्रभाव से लागू होंगी।
वित्त विभाग के अनुसार, पेट्रोल और डीजल की बढ़ी हुई कीमतों के चलते मौजूदा वित्तीय वर्ष में सरकार को लगभग 2,500-2,800 करोड़ रुपए अतिरिक्त आय होगी। दरअसल कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में वादा किया था कि अगर प्रदेश में सरकार बनती है तो पांच गारंटी लागू करेगी। इन गारंटियों में सभी घरों (गृह ज्योति) को 200 यूनिट मुफ्त बिजली, हर परिवार की महिला मुखिया को 2,000 रुपए की हर महीने आर्थिक सहायता, बीपीएल परिवार के हर सदस्य को 10 किलो मुफ्त चावल, बेरोजगार स्नातक युवाओं के लिए हर महीने 3,000 रुपये और बेरोजगार डिप्लोमा धारकों (दोनों 18-25 आयु वर्ग में) को दो साल के लिए 1,500 रुपये (युवा निधि) तथा सरकारी बसों में महिलाओं के लिए मुफ्त यात्रा शामिल हैं।
#WATCH | Petrol and diesel prices are likely to go up in Karnataka as the state govt revises sales tax by 29.84% and 18.44%. According to the Petroleum Dealers Association, petrol and diesel prices are likely to go up by Rs 3 and Rs 3.05 approximately in Karnataka.
A biker in… pic.twitter.com/3IWTY7ihxz
— ANI (@ANI) June 15, 2024
अब इन गारंटियों को पूरा करने के लिए राज्य सरकार को सालाना 50 हजार करोड़ से 60 हजार करोड़ रुपए खर्च करने पड़ते हैं। सरकार इसी तरह विभिन्न उत्पादों में लगने वाले करों को बढ़ाकर अपनी आमदनी बढ़ाना चाहती है जिससे चुनावी वादा पूरा किया जा सके। वहीं पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमत को लेकर लोगों में निराशा है। इस संबंध में जब लोगों से बात की गई तो उन्होंने कहा कि ईंधन कीमतों में बढ़ोत्तरी के चलते अब जेब पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा।