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Muslim Population In India: साल 2050 तक इंडोनेशिया से ज्यादा होंगे भारत में मुस्लिम, जानिए हिंदुओं की जनसंख्या कितनी होगी?

Muslim Population In India: प्यू रिसर्च सेंटर का ताजा शोध प्रकाशित हुआ है। इस शोध को कॉनराड हैकेट की टीम ने किया है। प्यू रिसर्च सेंटर का ताजा शोध बताता है कि दुनिया में इस्लाम मानने वालों की संख्या सबसे ज्यादा होने वाली है। प्यू रिसर्च का शोध ‘विश्व धर्मों का भविष्य’ ये भी बताता है कि भारत में भी मुस्लिम समाज की जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है और साल 2050 में यहां इंडोनेशिया से ज्यादा मुस्लिम हो जाएंगे। जानिए फिर हिंदुओं की आबादी कितनी होगी?

नई दिल्ली। प्यू रिसर्च सेंटर का ताजा शोध प्रकाशित हुआ है। इस शोध को कॉनराड हैकेट की टीम ने किया है। प्यू रिसर्च सेंटर का ताजा शोध बताता है कि दुनिया में इस्लाम मानने वालों की संख्या सबसे ज्यादा होने वाली है। प्यू रिसर्च का शोध ‘विश्व धर्मों का भविष्य’ ये भी बताता है कि भारत में भी मुस्लिम समाज की जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है और साल 2050 में यहां इंडोनेशिया से ज्यादा मुस्लिम हो जाएंगे। प्यू रिसर्च की रिपोर्ट कहती है कि मुस्लिम समुदाय में प्रजनन दर ज्यादा है। औसतन एक मुस्लिम महिला 3 बच्चों को जन्म देती है। इसके अलावा मुस्लिमों में युवाओं की संख्या भी ज्यादा है। शोध के मुताबिक साल 2070 तक इस्लाम मानने वालों की संख्या ईसाइयों से ज्यादा हो जाएगी।

प्यू रिसर्च के मुताबिक आने वाले साल में मुस्लिम युवा प्रजनन की उम्र तक पहुंचेंगे। इससे इस्लाम मानने वालों की आबादी भी अन्य धर्मों के मुकाबले तेजी से बढ़ेगी। शोध के मुताबिक मुस्लिमों की संख्या में 70 फीसदी से ज्यादा बढ़ोतरी हो सकती है। वहीं, अफ्रीका में ईसाई धर्म मानने वालों की संख्या बढ़ रही है। अफ्रीका में 2050 तक 40 फीसदी लोग ईसाई होंगे। वहीं, हिंदू धर्म के बारे में प्यू रिसर्च की रिपोर्ट कहती है कि इसे मानने वालों की आबादी भी बढ़ेगी। भारत में भले ही मुस्लिमों की संख्या बहुत हो जाए, लेकिन फिर भी वे हिंदुओं की आबादी से पीछे ही रहने वाले हैं। प्यू रिसर्च के शोध का नतीजा बताता है कि बौद्ध धर्म की आबादी स्थिर रहने वाली है।

प्यू रिसर्च के शोध के मुताबिक अमेरिका और यूरोप में मुस्लिम आबादी तेजी से बढ़ेगी। इसमें कहा गया है कि साल 2050 तक अमेरिका में मुस्लिमों की आबादी मौजूदा 1 फीसदी से बढ़कर 2.1 फीसदी होगी। वहीं, यूरोप के देशों में मुस्लिम आबादी 10.2 फीसदी पहुंच जाएगी। जबकि, 2010 में ये सिर्फ 5.9 फीसदी थी। प्यू रिसर्च की आबादी पर ये रिपोर्ट उन लोगों को जवाब है, जो आशंका जताते हैं कि आने वाले वर्षों में भारत में हिंदू धर्म को मानने वाले अल्पसंख्यक हो जाएंगे और देश में शरिया कानून लागू होने जैसी स्थितियां बनेंगी।