
पारादीप। ओडिशा में मछुआरों को एक संदिग्ध यंत्र लगा कबूतर मिला है। मछुआरे बुधवार को जगतसिंहपुर के पास समुद्र में मछली पकड़ रहे थे। तभी यंत्र लगा ये कबूतर उनमें से एक मछुआरे की नाव पर आकर बैठ गया। कबूतर के पैर में यंत्र लगा देखकर मछुआरे ने उसे पकड़ लिया। कबूतर को मछुआरे ने पारादीप मरीन थाने को सौंपा है। पारादीप मरीन थाने के प्रभारी निमाई चरण सेठी ने मीडिया को बताया कि कबूतर के पैर में यंत्र लगा है। ये कैमरा और चिप हो सकता है। हम जांच कर रहे हैं। उन्होंने कबूतर के जरिए जासूसी किए जाने का शक जताया है।
ओडिशा में और आसपास सेना और अन्य केंद्रीय एजेंसियों के कई प्रमुख स्थल हैं। ओडिशा से डीआरडीओ मिसाइलों का परीक्षण भी करता है। ऐसे में कबूतर के जरिए इन संवेदनशील स्थलों की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कराए जाने का शक हो रहा है। इससे पहले कई बार यंत्र लगे कबूतर जम्मू-कश्मीर और पाकिस्तान की सीमा के आसपास मिल चुके हैं। ओडिशा में इस तरह का कबूतर मिलने की ये पहली घटना है। इस वजह से पुलिस भी सक्रिय है और कबूतर किसका है, ये जांच कर रही है। कबूतर के पैर में लगा यंत्र अगर कैमरा पाया जाता है, तो इससे जासूसी कराए जाने का शक पुख्ता होगा।
बता दें कि हिंद महासागर और बंगाल की खाड़ी के आसपास चीन की तरफ से भी पहले जासूसी करने वाले जहाज भेजे जा चुके हैं। इसके अलावा पिछले साल चीन का कैमरा लगा गुब्बारा भी अंडमान निकोबार द्वीपसमूह के ऊपर मंडराए जाने की खबर पिछले दिनों आई थी। चीन से इस वक्त भारत का तनाव चरम पर है। ऐसे में कबूतर के जरिए ओडिशा में मिसाइल परीक्षण साइट और अन्य संवेदनशील जगहों की फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कराए जाने का शक है। पुलिस की जांच के अलावा इसमें केंद्रीय एजेंसियों की तरफ से जांच भी हो सकती है।