West Bengal : कूचबिहार हिंसा पर PM मोदी बोले- BJP के पक्ष में जनसमर्थन देख दीदी और उनके गुंडों की बौखलाहट बेकाबू
West Bengal: पीएम मोदी ने कहा कि इस बीच कूचबिहार में जो हुआ है, वो बहुत दुखद है। जिन लोगों की मृत्यु हुई है, मैं उनके निधन पर दुख जताता हूं। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं। बीजेपी के पक्ष में जनसमर्थन देख कर दीदी और उनके गुंडों की बौखलाहट बेकाबू होती जा रही है।
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में आज चौथे दौर के मतदान के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सिलीगुड़ी में एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदाी ने कूचबिहार में हिंसा का जिक्र करते हुए ममता बनर्जी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि इस बीच कूचबिहार में जो हुआ है, वो बहुत दुखद है। जिन लोगों की मृत्यु हुई है, मैं उनके निधन पर दुख जताता हूं। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं। बीजेपी के पक्ष में जनसमर्थन देख कर दीदी और उनके गुंडों की बौखलाहट बेकाबू होती जा रही है। पीएम मोदी ने आगे कहा कि अपनी कुर्सी जाते देख, दीदी इस स्तर पर उतर आई हैं। दीदी और टीएमसी की मनमानी बंगाल में नहीं चलने दी जाएगी। मेरा चुनाव आयोग से आग्रह है कि कूचबिहार में जो हुआ, उसके दोषियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई हो।
पीएम मोदी के संबोधन की अहम बातें-
ये बंगाल की स्वाभिमानी बहनें है जो हर दुख, तकलीफ के बावजूद अपनी मेहनत का खाती हैं, अपने स्वाभिमान से तकलीफों को सहन करती हैं, लेकिन स्वाभिमान को नहीं छोड़ती हैं।
सिलीगुड़ी में ही कुछ दिन पहले दीदी ने कहा कि उनके तोलाबाज तो सिर्फ 100-500 रुपए लेते हैं, इसमें क्या बड़ी बात!
दीदी ने गरीबों, दलितों, आदिवासियों, पिछड़ों किसी को उनका जायज हक नहीं दिया। दीदी ने घर में नल से जल नहीं दिया, खेतों में सिंचाई का पानी नहीं दिया, लेकिन यहां की नदियों को माफियाओं के हवाले जरूर कर दिया। हर स्कीम में टोलाबाजी, हर स्कीम में कटमनी।
10 साल तक गरीबों को सताने वाले गुंडों पर, हत्यारों पर, लुटेरे तोलाबाज़ों पर दीदी को गुस्सा नहीं आया। लेकिन दीदी उन सुरक्षाबलों पर गुस्सा कर रही हैं जो बंगाल के लोगों के अधिकार की रक्षा कर रहे हैं।
अपनी हार सामने देख, दीदी का गुस्सा मुझ पर बढ़ता जा रहा है। बंगाल के लोगों का मुझ पर स्नेह देख, दीदी बंगाल के लोगों से भी नाराज हैं।
एक video सामने आया है जिसमे दीदी की करीबी एक नेता ने अनुसूचित जाति के लोगो का बहुत बड़ा अपमान किया है। उन्होंने कहा कि बंगाल में जो अनुसूचित जाति है, Schedule Caste समुदाय है वो भिखारियों की तरह व्यवहार करती है।
बंगाल के लोगों ने तय कर दिया है कि आपको जाना ही होगा। बंगाल की जनता आपको निकाल कर ही दम लेने वाली है। आप अकेली नहीं जाएंगी। आपके पूरे गिरोह को जनता हटाने वाली है।
दीदी, ओ दीदी! बंगाल के लोग यहीं रहेंगे। अगर जाना ही है तो सरकार से आपको जाना होगा। दीदी आप बंगाल के लोगों की भाग्य विधाता नहीं हैं। बंगाल के लोग आपकी जागीर नहीं हैं।
मैंने सोशल मीडिया में एक वीडियो देखा। उसमें दीदी के करीबी, बंगाल के पर्यटन मंत्री और यहां पास के ही विधायक, लोगों को धमका रहे हैं, उन्होंने कहा कि अगर भाजपा को वोट दिया तो लोगों को उठाकर बाहर फेंक दिया जाएगा। ये भाषा, ऐसी धमकी आपको मंजूर है?
यहां से निकली संतानों ने साहित्य से लेकर सेना तक, सभी को मजबूत किया है। आज उन्हीं की प्रेरणा से बंगाल ने आशोल पॉरिबोर्तोन का नारा बुलंद किया है। जिस बंगाल को डर के, भय के, अत्याचार के, अन्याय के बोझ तले दीदी और उनके दल ने दबा रखा था, आज वो कह रहा है- आशोल पॉरिबोर्तोन।
दीदी, ये हिंसा, लोगों को सुरक्षा बलों पर आक्रमण करने के उकसाने के तरीके, चुनाव प्रक्रिया में रोड़े अटकाने के तरीके आपको नहीं बचा पाएंगे। आपके 10 साल के कुकर्मों से ये हिंसा अपकी रक्षा नहीं कर सकती है।
बंगाल में दशकों से जिस तरह का राजनीतिक वातावरण बना दिया गया है, वो बदलने का समय आ गया है। अब तोलाबाज मुक्त बंगाल बनेगा। अब सिंडिकेट मुक्त बंगाल बनेगा। अब कटमनी मुक्त बंगाल बनेगा।
यहां से निकली संतानों ने साहित्य से लेकर सेना तक, सभी को मजबूत किया है। आज उन्हीं की प्रेरणा से बंगाल ने आशोल पॉरिबोर्तोन का नारा बुलंद किया है। जिस बंगाल को डर के, भय के, अत्याचार के, अन्याय के बोझ तले दीदी और उनके दल ने दबा रखा था, आज वो कह रहा है- आशोल पॉरिबोर्तोन।
नॉर्थ बंगाल, भारत मां के गले में ऐसी भव्य माला है जिसमें अलग-अलग भाषा, जाति, भिन्न-भिन्न समुदाय के लोग अलग-अलग फूलों में गुंथे हुए हैं। यहां एक भारत-श्रेष्ठ भारत की सुंदर तस्वीर दिखती है।