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Cabinet Meeting: संसद के विशेष सत्र के बीच पीएम मोदी ने बुलाई कैबिनेट बैठक, इन मुद्दों पर हो सकती है चर्चा !

Cabinet Meeting: हालांकि, बैठक में किन मुद्दों पर चर्चा होगी। इस बारे में अभी तक कोई जानकारी सामने नहीं आ पाई है। बता दें कि यह बैठक शाम 6 : 30 बजे होगी। अमूमन, कैबिनेट बैठक हर बुधवार को होती है, लेकिन आज संसद के विशेष सत्र के मौके पर यकायक कैबिनेट बैठक आहूत करना कई बड़े सवाल खड़े करता है।

नई दिल्ली। संसद के विशेष सत्र के बीच आज शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कैबिनेट बैठक होगी। जिसमें सभी मंत्री शिरकत करेंगे। हालांकि, बैठक में किन मुद्दों पर चर्चा होगी। इस बारे में अभी तक कोई जानकारी सामने नहीं आई है। लेकिन, बताया जा रहा है कि कैबिनेट बैठक में महिला आरक्षण विधेयक, एक देश एक चुनाव, इंडिया गठबंधन सहित विपक्ष की घेराबंदी सहित अन्य मुद्दों पर विस्तारपूर्वक चर्चा हो सकती है। बता दें कि यह बैठक शाम 6 : 30 बजे होगी। अमूमन, कैबिनेट बैठक हर बुधवार को होती है, लेकिन आज संसद के विशेष सत्र के मौके पर यकायक कैबिनेट बैठक आहूत करना कई बड़े सवाल खड़े करता है। ध्यान दें, संसद का विशेष सत्र शुरू होने से पहले भी पीएम मोदी की अगुवाई में सर्वदलीय बैठक हुई थी। जिसमें कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी और राघव चड्ढा की संसद सदस्यता बहाल किए जाने की मांग की गई थी। सदन रहे कि गत दिनों संसद के मानसून सत्र के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संदर्भ में अर्मायादित टिप्पणी करने की वजह से उनकी संसद सदस्यता रद कर दी गई थी। हालांकि, बाद उन्होंने वीडियो जारी कर अपने बयान में कहा था कि यह सरकार की साजिश है।

बहरहाल, अब सभी की निगाहें शाम को पीएम मोदी के नेतृत्व में होने जा रही कैबिनेट बैठक की ओर है। बता दें कि बीते दिनों केंद्र सरकार ने यकायक संसद का विशेष सत्र बुलाकर सभी विपक्षी दलों को चौंका दिया था। यह सत्र 18 सितंबर से लेकर 22 सितंबर तक यानी की पूरे चार दिन चलेगा। सत्र के दौरान कई विधेयक पेश किए जाएंगे। जिसमें सबसे प्रमुख एक देश एक चुनाव और महिला आरक्षण विधेयक है। बीते दिनों एक देश एक चुनाव को लेकर पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अगुवाई में एक समिति का भी गठन किया गया था। इस समिति में सत्तापक्ष के साथ-साथ विपक्ष के नेताओं का नाम भी शामिल था, जिसमें अधीर रंजन चौधऱी भी थे, लेकिन बाद में उन्होंने पीएम मोदी को पत्र लिखकर अपना नाम वापस ले लिया था।

अधीर ने पीएम मोदी को लिखे पत्र में कहा था कि उन्हें समिति में शामिल होने में कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन उन्हें इस बात का डर है कि यह सरकार लोकतांत्रिक प्रणाली पर कुठाराघात करने का प्लान बना रही है, जिसमें मैं कोई भागीदारी नहीं निभाना चाहता हूं। बता दें कि अब इस समिति की अगली बैठक 23 सितंबर को पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अगुवाई में होगी। वहीं, आज संसद के विशेष सत्र के दौरान भी इस विषय पर व्यापक चर्चा हुई। ध्यान दें, संसद का विशेष सत्र के शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कई मुद्दों पर अपनी राय रखी। इस बीच उन्होंने इतिहास में जाकर कई प्रसंगों का उल्लेख अपने उद्बबोधन में किया।