नई दिल्ली। कोरोना की दूसरी लहर भले ही शांत पड़ रही हो, लेकिन आईआईटी और अन्य संस्थानों के वैज्ञानिकों ने अपने गणितीय मॉडल के जरिए बताया है कि अक्टूबर में तीसरी लहर का पीक आ सकता है। इसी के मद्देनजर आज पीएम नरेंद्र मोदी ने हाई लेवेल मीटिंग बुलाई है। दोपहर साढ़े 3 बजे ये मीटिंग होने वाली है। इसमें स्वास्थ्य मंत्रालय के अफसर, कैबिनेट सचिव और नीति आयोग के मेंबर स्वास्थ्य डॉ. वीके पॉल भी शामिल होंगे। बता दें कि नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ डिजास्टर मैनेजमेंट कमेटी ने कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जताई है। इस बारे में कमेटी ने अपनी रिपोर्ट पीएमओ को भेजी है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अक्टूबर में कोरोना की तीसरी लहर की पीक आएगी। कमेटी ने प्रधानमंत्री कार्यालय को बच्चों और युवाओं के लिए मेडिकल सुविधाओं का इंतजाम अभी से करने की सलाह दी है।
विशेषज्ञों की कमेटी का मानना है कि तीसरी लहर बच्चों व युवाओं पर सबसे ज्यादा असर डालेगी। ऐसे में देशभर में बच्चों के लिए मेडिकल सुविधाएं, वेंटीलेटर, डॉक्टर, मेडिकल स्टाफ, एंबुलेंस और ऑक्सीजन की व्यवस्था करनी होगी। बता दें कि अगले महीने बच्चों के लिए टीकाकरण शुरू होने की संभावना है। कमेटी ने अपनी रिपेार्ट में कहा है कि बच्चों का प्राथमिकता के आधार पर टीकाकरण करना होगा।
इस बीच, युद्धस्तर पर पूरे देश में मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट लगाने का काम चल रहा है। मोदी ने पीएम केयर्स फंड से देशभर में 1700 से ज्यादा ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए धन दे रखा है। 15 अगस्त तक 1200 के करीब ऑक्सीजन प्लांट लगकर शुरू हो चुके हैं। बाकी को भी सितंबर तक हर हाल में शुरू करने की तैयारी की जा रही है। इसके अलावा ऑक्सीजन टैंकरों की व्यवस्था भी सरकार ने पहले ही कर ली है। जीवनरक्षक दवाओं रेमडेसिविर और टोसिलिजुमाब का स्टॉक भी पर्याप्त मात्रा में करने की जानकारी मोदी सरकार ने बीते दिनों दी थी।