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PM Modi in Gorkahpur: पूर्वांचल को PM मोदी ने दिया 10,000 करोड़ का तोहफा, विपक्ष को लगाई फटकार

इसके अलावा  तीसरी परियोजना के रूप में पीएम ने बीआरडी मेडिकल कॉलेज में बने रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर (आरएमआरसी) के अत्याधुनिक नौ लैब का शुभारंभ भी किया।

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस कदम को क्या नाम दे चाल, दांव या चुनावी राग? यह तो कहना मुश्किल है, लेकिन आगामी विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए सियासी गलियारों में ऐसे सवालों के पूछे जाने दौर शुरू हो चुका है। बता दें आज गोरखपुर दौरे के दौरान पीएम मोदी की तरफ से 10 हजार करोड़ रूपए की परियोजनाओं का ऐलान किया गया है जिसमें सूबे की जनता को लाभान्वित करने के लिए कई योजनाओं को शामिल किया गया है। इसके अलावा तीसरी परियोजना के रूप में पीएम मोदी ने बीआरडी मेडिकल कॉलेज में बने रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर (RMRC) के अत्याधुनिक नौ लैब का शुभारंभ भी किया। इस दौरान पीएम मोदी ने जनसभा को संबोधित करते हुए विपक्ष को फटकार भी लगाई।

pm modi in gourkhpur

पूर्व की सरकार में अनाज नहीं मिलता था: पीएम मोदी 

पीएम मोदी पूर्व सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि, पहले गरीबों को अनाज नहीं मिलता था। लेकिन हमने प्रदेश के हर वर्ग के लोगों को अनाज उपलब्ध कराया है। अनाज की उपलब्धता में किसी भी प्रकार का अवरोध पैदा न हो इसके लिए प्रदेश में नए गोदाम खुलवाए गए हैं। उन्होंने कहा कि पीएम अन्न कल्याण योजना को जनहित को ध्यान में रखते हुए आगे बढ़ा दिया गया। पीएम मोदी ने कहा कि आज प्रदेश में किसी भी बिजली के अभाव से नहीं गुजरना पड़ रहा है। सभी को भरपुर बिजली मिल रही है। पीएम मोदी ने सपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि पहले दंबगों को संरक्षण प्राप्त होता था, लेकिन बीजेपी के कार्यकाल में कानून व्यवस्था दुरूस्त है। आज प्रदेश का हर शख्स बेखौफ है।

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अखिलेश यादव पर साधा निशाना 

इसके साथ ही पीएम मोदी ने अपने संबोधन में अखिलेश यादव को जमकर फटकार लगाई है। उन्होंने कहा कि, लाल टोपी वालों को सिर्फ लाल बत्ती से मतलब है। इन्हें हमेशा से सत्ता से मतलब रहा है। आतंकवादियों पर मेहरबानी दिखाने उन्हें जेल से छुड़ाने के लिए। लाल टोपी वाले यूपी के लिए रेड अलर्ट हैं। यानी खतरे की घंटी हैं। उन्होंने पूर्व की सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि, साल 2017 में सपा सरकार ने गोरखपुर एम्स के लिए जमीन देने से आनाकानी की थी। पीएम मोदी ने कहा कि बहुत दबाव बनाने पर पूर्व की सरकार ने बेमन से एम्स निर्माण के लिए जमीन दी थी। हमने कोरोना काल में भी सूबे के विकास को नहीं रुकने दिया। पीएम मोदी ने पूर्व की सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि लोहिया की विचारधारा का ये लोग कब का परित्याग कर चुके हैं। लेकिन आज की तारीख में सूबे में विकास की बयार बह रही है।

सस्ता स्वास्थ्य सबका हक है 

पीएम मोदी ने जनपद की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश की जनता को  स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध हो, यह सभी हक है। उन्होंने कहा कि पहले स्वास्थ्य संस्थान पहले बड़े शहरों में ही हुआ करते हैं। हम देश के सुदूर इलाकों में स्वास्थ्य  सुविधा उपलब्ध कराने की दिशा में संकल्पबद्ध हैं। सदी की शुरुआत तक केवल एक एम्स था, अटल जी ने छह एम्स शुरू हुए और बीते सात सालों में 16 नए एम्स बनाने का काम चल रहा है। उन्होंने कहा कि अभी हाल ही में मुझे 9 स्वास्थ्य संस्थानों का लोकार्पण करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था।

सूबे की जनता को संबोधित करते पीएम मोदी

पीएम ने कहा कि जब मैं मंच पर आया तो मैंने सोचा कि ये भीड़ है, लेकिन जब मैंने दूसरी तरफ देखा तो इतने दूर तक लोग फैले हुए हैं और झंडे हिला रहे हैं कि कुछ कह भी नहीं सकता। आपका प्यार और आशीर्वाद आपके लिए दिन रात काम करने की प्रेरणा देते हैं। पीएम  मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि आप लोगों का स्नेह हमें हमेशा से प्रेरित करते हुए आया है। पहले मैं 2016 में शिलान्यास करने आया था अब इनके लोकार्पण का भी सौभाग्य आपने मुझे दिया। आज आईसीएमआर के रीजनल सेंटर को भी अपनी बिल्डिंग मिली। साथियों गोरखपुर में फर्टिलाइजर प्लांट और एम्स का शुरू होना कई संदेश दे रही है। पीएम मोदी ने कहा कि योगी जी के कार्यकाल में प्रदेश के विकास में रफ्ताई है। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि आज गोरखपुर की यह स्थिति इस बात की जींवत साक्षी है कि अगर नया भारत कुछ भी ठान तो हमें आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता है।

हमने खाद सस्ता खाद लोगों को उपलब्ध करावाया है: पीएम मोदी 

पीएम मोदी ने कहा कि हमने पहले प्रदेश के किसानों को खाद की किल्लत से जूझना पड़ता है, लेकिन हमने किसानों को उनकी समस्याओं से निजात दिलाने के लिए कई प्रकार के कदम उठाए हैं। पीएम मोदी ने कहा कि हमने देखा कि कोरोना काल में कैसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खाद की कीमतों में उछाल आ गया था। किसानों को विभिन्न प्रकार की समस्याएं हो रही थी। किन हमने इसका बोझ किसानों पर नहीं पड़ने दिया। इसी साल खाद के दाम बढ़ने पर हमें तैंतालीस हजार करोड़ रुपये की सब्सिडी बढ़ानी पड़ी। विश्व में जहां 60-65 रुपये किलो में खाद बिक रहा है वहीं हम भारत में 10 से 12 गुना कम कीमत पर उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इसके लिए राष्ट्रीय मिशन भी शुरू किया गया है।