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PM Modi: पीएम मोदी ने कतर के शासक के साथ की मीटिंग, जानिए क्यों बेहद खास मानी जा रही ये मुलाकात?

PM Modi: इन आठ पूर्व नौसैनिकों को कतर में अल-धारा कंपनी द्वारा नियुक्त किया गया था और कथित जासूसी से संबंधित आरोप में पिछले साल अगस्त में हिरासत में लिया गया था। हालांकि, कतर ने अपने ऊपर लगे आरोपों पर आधिकारिक तौर पर सफाई नहीं दी है।

शुक्रवार, 2 दिसंबर को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी के साथ द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की, जिसमें तेल समृद्ध देश में भारतीय समुदाय के कल्याण पर ध्यान केंद्रित किया गया। पीएम मोदी ने शनिवार, 2 दिसंबर को सोशल मीडिया पर साझा किया, “COP28 के मौके पर दोहा में अमीर शेख तमीम बिन हमद से मिलने का अवसर मिला। द्विपक्षीय साझेदारी की संभावना और कतर में  भारतीय समुदाय की भलाई पर सकारात्मक चर्चा हुई।”

दोनों नेताओं के बीच मुलाकात ऐसे महत्वपूर्ण समय में हुई, जब कतर में आठ पूर्व भारतीय नौसेना कर्मियों को मौत की सजा सुनाई गई थी। भारत सरकार इन व्यक्तियों को वापस लाने की दिशा में सक्रिय रूप से काम कर रही है और अदालत के फैसले के खिलाफ अपील की है।

भारत ने क्या कहा?

कतर की एक अदालत ने 26 नवंबर को आठ पूर्व भारतीय नौसैनिकों को मौत की सजा सुनाई। जवाब में, भारतीय विदेश मंत्रालय ने निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि वह इस मामले में सभी कानूनी विकल्पों पर विचार कर रहा है। इस बीच, भारतीय नौसेना के प्रमुख एडमिरल आर. हरि कुमार ने शुक्रवार, 1 दिसंबर को कहा कि भारत सरकार पूर्व नाविकों को वापस लाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।


मामला क्या है?

इन आठ पूर्व नौसैनिकों को कतर में अल-धारा कंपनी द्वारा नियुक्त किया गया था और कथित जासूसी से संबंधित आरोप में पिछले साल अगस्त में हिरासत में लिया गया था। हालांकि, कतर ने अपने ऊपर लगे आरोपों पर आधिकारिक तौर पर सफाई नहीं दी है। इन घटनाक्रमों की पृष्ठभूमि में प्रधानमंत्री मोदी और अमीर शेख तमीम बिन हमद के बीच बैठक का महत्व बढ़ गया है, जिसमें नाजुक राजनयिक संबंधों और कतर में भारतीय समुदाय के लिए मानवीय चिंता पर जोर दिया गया है।