नई दिल्ली। रविवार को पीएम मोदी ने पश्चिम बंगाल के कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट का नाम बदलने की घोषणा की। इसको लेकर उन्होंने कहा कि, पश्चिम बंगाल की, देश की इसी भावना को नमन करते हुए मैं कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट का नाम, भारत के औद्योगीकरण के प्रणेता, बंगाल के विकास का सपना लेकर जीने वाले और एक देश, एक विधान के लिए बलिदान देने वाले डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी के नाम पर करने की घोषणा करता हूं।
500 करोड़ रुपये का चेक सौंपा
इसके पहले पीएम मोदी बेलूर मठ गए थे जहां उन्होंने रामकृष्ण मिशन प्रमुख स्वामी स्मरणानंद से भी मुलाकात की। पीएम मोदी रामकृष्ण मंदिर पहुंचकर पूजा अर्चना की। रामकृष्ण मठ पहले भी आ चुके हैं, यह मठ हुगली नदी के पार हावड़ा जिले में स्थित है। कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के स्थापना के 150 वर्ष पूरे होने पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल हुए पीएम मोदी ने सभी कर्मचारियों और अधिकारियों को बधाई दी। इसके साथ उन्होंने पोर्ट ट्रस्ट से रिटायर्ड कर्मचारियों के पेंशन के लिए 500 करोड़ रुपये का चेक सौंपा।
इस मौके पर पीएम मोदी ने कहा कि ‘मां गंगा के सानिध्य में, गंगासागर के निकट, देश की जलशक्ति के इस ऐतिहासिक प्रतीक पर, इस समारोह का हिस्सा बनना सौभाग्य की बात है। PM ने कहा कि कोलकाता पोर्ट के विस्तार और आधुनिकीकरण के लिए आज सैकड़ों करोड़ रुपए के इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया गया है। आदिवासी बेटियों की शिक्षा और कौशल विकास के लिए हॉस्टल और स्किल डेवलपमेंट सेंटर का शिलान्यास हुआ है।
Kolkata: Prime Minister Narendra Modi felicitates the two oldest pensioners of the Kolkata Port Trust Nagina Bhagat (Pic1&2)and Naresh Chandra Chakraborty (Pic3&4)#WestBengal pic.twitter.com/omORNr1Z3V
— ANI (@ANI) January 12, 2020
पीएम मोदी ने कहा कि ये पोर्ट सिर्फ मालवाहकों का ही स्थान नहीं रहा, बल्कि देश और दुनिया पर छाप छोड़ने वाले ज्ञानवाहकों के चरण भी यहां पड़े हैं। पीएम ने कहा कि कोलकाता का ये पोर्ट भारत की औद्योगिक, आध्यात्मिक और आत्मनिर्भरता की आकांक्षा का प्रतीक है। ऐसे में जब ये पोर्ट डेढ़ सौवें साल में प्रवेश कर रहा है, तब इसको न्यू इंडिया के निर्माण का भी एक प्रतीक बनाना आवश्यक है।
बाबा साहेब आंबेडकर को याद किया
नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज के इस अवसर पर, मैं बाबा साहेब आंबेडकर को भी याद करता हूं, उन्हें नमन करता हूं। डॉक्टर मुखर्जी और बाबा साहेब, दोनों ने स्वतंत्रता के बाद के भारत के लिए नई नीतियां दी थीं, नया विजन दिया था। लेकिन ये देश का दुर्भाग्य रहा कि डॉक्टर मुखर्जी और बाबा साहेब के सरकार से हटने के बाद, उनके सुझावों पर वैसा अमल नहीं किया गया, जैसा किया जाना चाहिए था।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ये मानती है कि हमारे Coasts, विकास के Gateways हैं. इसलिए सरकार ने Coasts पर कनेक्टिविटी और वहां के इंफ्रास्ट्रक्चर को आधुनिक बनाने के लिए सागरमाला कार्यक्रम शुरू किया है. इस योजना के तहत करीब 6 लाख करोड़ रुपए से अधिक के पौने 6 सौ प्रोजेक्ट्स की पहचान की जा चुकी है. इनमें से 3 लाख करोड़ रुपये से अधिक के 200 से ज्यादा प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है और लगभग सवा सौ पूरे भी हो चुके हैं।
ममता बनर्जी सरकार निशाना
प्रधानमंत्री ने कहा कि पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार पर हमला करते हुए कहा कि केंद्र की योजनाएं यहां पर लागू नहीं की जा रही है क्योंकि इन योजनाओं में न तो कट मिल पाता है और न ही कमीशन। पीएम मोदी ने ममता बनर्जी पर तंज कसते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद है ममता बनर्जी आयुष्मान योजना और किसान सम्मान योजना को अपने राज्य में लागू करने की इजाजत दे देगी। उन्होंने कहा कि जैसे ही पश्चिम बंगाल राज्य सरकार आयुष्मान भारत योजना, पीएम किसान सम्मान निधि के लिए स्वीकृति देगी, यहां के लोगों को इन योजनाओं का भी लाभ मिलने लगेगा।