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Video: PM मोदी ने सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास में लगे मजदूरों से की मुलाकात, गणतंत्र दिवस पर विशेष अतिथि के रूप में किया आमंत्रित

इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में नेताजी सुभाष चंद्र बोस के साथ-साथ कई मसलों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि आजादी के उपरांत देश में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जिस तरह से तत्कालीन सरकारों ने उपेक्षा की थी, वह निदंनीय है।

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानी की गुरुवार को राजपथ से कर्तव्य पथ का उद्घाटन किया। उन्होंने नवनिर्मित नेताजी सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा का भी अनावरण किया। कुछ दिनों पहले महानगर पालिका परिषद ने राजपथ का नाम कर्तव्य पथ किए जाने के प्रस्ताव पर मुहर लगाई थी। जिसका पीएम मोदी ने उद्घाटन भी किया है। बीते दिनों इस संदर्भ में एनडीएमसी के अधिकारियों की ओर से बैठक भी हुई थी, जिसमें नाम बदलने के फैसले पर अंतिम मुहर लगाई गई है। इस दौरान उन्होंने जनसभा में आए लोगों को संबोधित किया और कई मसलों पर अपनी राय व्यक्त की। उन्होंने कहा कि, ‘मैंने यह प्रण लिया हुआ कि वे देश में गुलामी के तमाम प्रतीकों को ध्वस्त करते हुए लोगों को वास्तविक स्वाधिनता की अनुभूति कराएंगे।’

इस मौके पर उन्होंने सेंट्रल विस्टा के पुर्वविकास परियोजना का जायजा भी लिया। इस बीच प्रधानमंत्री ने श्रमिकों से भी मुखातिब हुए जो सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास में सक्रिय रूप से जुड़े हुए थे। इस बीच पीएम मोदी ने सेंट्रल विस्टा के पुनर्विकास में सक्रिय श्रमिकों से वार्ता भी की और उन्हें आगामी गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम में आमंत्रित भी किया है। बता दें कि पीएम मोदी ने इन श्रमिकों को आगामी गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम के मद्देनजर इन श्रमिकों को श्रम जीवियों को संज्ञा देकर अपना विशेष अतिथि बताया है। उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब इन श्रमिकों से व्यत्तिगत रूप से मुखातिब हुए तो इनके मुख पर एक मुस्कुराहट देखने को मिल रही थी। उधर, इस पूरी मुलाकात का पूरा वीडियो भी प्रकाश में आया है, जो कि अभी सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है, जिस पर लोग अलग–अलग तरह से अपना रिएक्शन देते हुए नजर आ रहे हैं।

इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में नेताजी सुभाष चंद्र बोस के साथ-साथ कई मसलों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि आजादी के उपरांत देश में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जिस तरह से तत्कालीन सरकारों ने उपेक्षा की थी, वह निदंनीय है। पीएम मोदी ने यह भी कहा कि अगर उन दिनों में तत्कालीन सरकारों में नेताजी सुभाष चंद्र बोस को वो सम्मान दिया होता, जिसके वे असल मायने में हकदार हैं, तो यकीनन आज देश कहां से होता है। तो इस तरह से प्रधानमंत्री नरेंर मोदी ने विभिन्न मुद्दों पर अपनी राय व्यक्त की। उधर, जिस पर तरह से उन्होंने सेंट्रल विस्टा परियोजना में जुड़े श्रमिकों को आगामी गणतंत्र दिवस के मौके पर अपने विशेष अतिथि के रूप में आमंत्रित किया है, उसे लेकर सोशल मीडिया पर यूजर की प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है।

इस बीच एक्ट्रेस कंगना रनौत भी अपने एक बयान को लेकर चर्चा में आ गई। दरअसल, मीडिया से मुखातिब होने के क्रम में एक्ट्रेस ने कहा कि वो गांधी वादी नहीं, बल्कि शुरू से ही नेतावादी रही हैं। वो उस विचारधारा की वकालत करती हैं, जिमसें कहा गया है कि तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा। इतना ही नहीं, उन्होंने आगे कहा कि वो कई अपनी इस विचारधारा की वजह से खुद को मुश्किलों में भी डाल चुकी हैं। लेकिन, उन्हें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है। ध्यान रहे कि अपने इस बयान के बाद एक्ट्रेस एकाएक सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गईं। बता दें कि कंगना रनौत कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। जिस दौरान उन्होंने उपरोक्त बयान दिया है। ध्यान रहे कि एक्ट्रेस किसी ना किसी मसले को लेकर अपने बयान को लेकर सुर्खियों के सैलाब में सराबोर ही रहती हैं। अब ऐसे में आपका बतौर पाठक इस पूरे मसले पर क्या कुछ कहना है। आप हमें कमेंट कर बताना बिल्कुल भी मत भूलिएगा। तब तक के लिए आप देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों से रूबरू होने के लिए आप पढ़ते रहिए। न्यूज रूम पोस्ट.कॉम