नई दिल्ली। प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोनावायरस से दुनियाभर में मचे हाहाकार के बीच जो लीडरशिप दिखाई है उसकी पूरी दुनिया मुरीद हो गयी है। सार्क देशों के साथ मिलकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोनावायरस से एक साथ लड़ने लिए जो बातचीत की वो अभूतपूर्व है। गौरतलब है कि कोरोना वायरस को लेकर सार्क देशों के नेताओं के साथ हुई वीडियो कॉन्फ्रेंस के आयोजन के लिए दुनियाभर के मीडिया में इस वक्त प्रधानमंत्री मोदी की जमकर वाहवाही हो रही है।
राजपक्षे ने ट्वीट के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया धन्यवाद
वहीं सार्क देशों के साथ हुई बातचीत में शामिल रहे श्रीलंका के राष्ट्रपति गोताबैया राजपक्षे ने ट्वीट के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की यह पहल काफी रचनात्मक है। उन्होंने कहा कि कोरोना को लेकर सार्क देशों की एकजुटता काफी सराहनीय रही। और इसमें प्रधामंत्री मोदी का नेतृत्व काबिले तारीफ है। राष्ट्रपति ने इस बाबत मोदी को इस कार्यक्रम के लिए अपने देश का पूर्ण समर्थन देने का वादा किया।
I thank PM @narendramodi for his initiative to combat #COVIDー19 with cooperation among #SAARCNations.The discussion was fruitful and constructive with many great ideas being shared and initiated. #LKA will extend fullest support and thank the member nations for their solidarity
— Gotabaya Rajapaksa (@GotabayaR) March 16, 2020
सभी देशों ने साझा किये अपने अनुभव
बता दें इस वीडियो कॉन्फ्रेंस में सार्क देशों के सभी आठ देशों (भारत, पाकिस्तान, नेपाल, अफगानिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, मालदीव और भूटान) के प्रतिभागियों ने अपने विचारों का आदान-प्रदान किया। इस दौरान 6000 से अधिक लोगों की जान लेने वाले महामारी कोरोनावायरस से लड़ने के सभी देशों ने अपने अनुभवों को साझा किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने रखा COVID-19 आपातकालीन निधि के निर्माण का प्रस्ताव
इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी ने सभी देशों से स्वैच्छिक योगदान के आधार पर एक COVID-19 आपातकालीन निधि के निर्माण का प्रस्ताव रखा, जिसमें भारत ने निधि के लिए 10 मिलियन अमरीकी डालर का प्रारंभिक प्रस्ताव दिया। सभी सार्क देशों ने प्रधानमंत्री के इस कदम की दिल खोलकर सराहना की।
नेतृत्वकर्ता की भांति उभर रहा है भारत
वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान दुनियाभर में फैली महामारी पर चर्चा के दौरान भी कश्मीर का राग अलापता रहा। इतना ही नहीं सार्क देशों के बीच हुई इस वार्ता में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान शामिल भी नहीं हुए। लेकिन अब पूरी दुनिया में भारत की छवि एक नेतृत्वकर्ता की भांति उभर रही है जो कि भारत की वैश्विक पटल पर छवि को और भी मजबूत करता है।
बांग्लादेश की पीएम शेख हसीना ने मोदी की तारीफ की
सार्क देशों के साथ हुई वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और मालदीव के राष्ट्रपति इब्राहिम मुहम्मद सालिह ने कोरोना ग्रस्त इलाकों से अपने नागरिकों को बचाने के लिए पीएम मोदी की तारीफ की। सालिह ने कोरोना के कारण आए आर्थिक संकट का हवाला देते हुए इससे उबरने के लिए साझा प्रयास पर बल दिया। तो वहीं वहीं बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने राष्ट्राध्यक्षों की तरह से सभी देशों के स्वास्थ्य मंत्रियों, स्वास्थ्य सचिव और विशेषज्ञों का भी इसी तरह का सम्मेलन बुलाने का प्रस्ताव दिया।
जबकि दूसरी तरफ नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने भी इस पर अपनी राय रखते हुए कोरोना से ग्रसित मरीजों के इलाज के लिए सभी देशों के संसाधनों के साझा इस्तेमाल पर बल देते हुए मरीजों के इलाज के लिए एक-दूसरे देशों के अस्पतालों में भर्ती की इजाजत देने की अपील की।