
अहमदाबाद। प्रमुख स्वामी महाराज के जन्मदिवस पर बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था आज अहमदाबाद में अंतरराष्ट्रीय कार्यकर सुवर्ण महोत्सव आयोजित कर रहा है। अहमदाबाद स्थित दुनिया के सबसे बड़े नरेंद्र मोदी क्रिकेट स्टेडियम में बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था का अंतरराष्ट्रीय कार्यकर सुवर्ण महोत्सव होगा। इसे बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था के परम पूज्य गुरुहरि महंत स्वामी महाराज की प्रेरणा से आयोजित किया जा रहा है। बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था के अंतरराष्ट्रीय कार्यकर सुवर्ण महोत्सव में पीएम नरेंद्र मोदी भी वर्चुअली शामिल होंगे। इस कार्यक्रम में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी मौजूद रहेंगे।
बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था की तरफ से बताया गया है कि अंतरराष्ट्रीय कार्यकर सुवर्ण महोत्सव में संस्था के 100000 से ज्यादा स्वयंसेवकों का अभिनंदन किया जाएगा। इस ऐतिहासिक कार्यक्रम का लाइव टेलीकास्ट live.baps.org और आस्था चैनल पर आज शाम 5 बजे से होगा। अंतरराष्ट्रीय कार्यकर सुवर्ण महोत्सव में बीएपीएस के स्वयंसेवकों के समर्पण को भव्य सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से प्रदर्शित किया जाएगा। पिछले तीन महीनों में 10000 से अधिक स्वयंसेवकों ने इस आयोजन की तैयारियों में योगदान दिया है। इस कार्यक्रम के लिए अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम और रिवरफ्रंट के पास वाहनों के लिए 1,300 बसों और हजारों वाहनों की पार्किंग व्यवस्था की गई है। अंतरराष्ट्रीय कार्यकर सुवर्ण महोत्सव में 1800 लाइट और 30 प्रोजेक्टर लगाए गए हैं। यहां 1850 कलाकार अपनी प्रस्तुति भी देंगे। बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था के लाखों स्वयंसेवक हैं। ये स्वयंसेवक निस्वार्थ भावना से कार्य करते रहते हैं।
बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था ने प्रमुख स्वामी महाराज के दिशानिर्देश में दुनियाभर में अपने स्वयंसेवकों के माध्यम से मानवता की सेवा के लिए अनेक कार्य किए हैं। यूक्रेन संकट के दौरान छात्रों की सुरक्षित वापसी से लेकर प्राकृतिक आपदाओं जैसे भूकंप और सुनामी के दौरान सहायता प्रदान करने तक बीएपीएस के स्वयंसेवकों ने हर परिस्थिति में मानवता का साथ दिया। बता दें कि बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था ने गुजरात के गांधीनगर, दिल्ली के अक्षरधाम, अमेरिका के रॉबिंसविले और अबु धाबी में भव्य मंदिर बनवाए हैं। कोरोना महामारी और अन्य प्राकृतिक आपदाओं के समय भी संस्था ने पीड़ितों की खूब मदद की है। बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था ने 1985 में लंदन उत्सव और 1991 के न्यूजर्सी महोत्सव में भारतीय संस्कृति को दुनिया के सामने प्रस्तुत किया। इसके साथ ही 2000 आदिवासी गांवों में शिक्षा और चिकित्सा सुविधाएं भी ये संस्था दे रही है। पौधरोपण, जल संरक्षण और स्वच्छता अभियान से भी बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था जुड़ी हुई है।