PM Modi : चुनाव से पहले कर्नाटक में हरित ऊर्जा पर जलवा दिखाएंगे PM मोदी, 30 देशों के मंत्री देखेंगे भारत का कमाल

PM Modi : इसका आयोजन 6 से 8 फरवरी तक होगा तथा इसका उद्देश्य ऊर्जा अंतरण महाशक्ति के रूप में भारत की बढ़ती क्षमता को प्रदर्शित करना है। इस आयोजन में पारंपरिक और गैर-पारंपरिक ऊर्जा उद्योग, सरकारों और अकादमिक जगत की हस्तियां एकत्र होंगी तथा उन चुनौतियों व अवसरों पर चर्चा करेंगी, जो एक जवाबदेह ऊर्जा अंतरण में मौजूद होती हैं।

Avatar Written by: February 4, 2023 3:49 pm

नई दिल्ली। PM नरेन्द्र मोदी छह फरवरी, 2023 को कर्नाटक का दौरा करने जा रहे हैं। लगभग साढ़े ग्यारह बजे दिन में प्रधानमंत्री बैंगलुरु में भारत ऊर्जा सप्ताह 2023 का उद्घाटन करेंगे। उसके बाद, लगभग साढ़े तीन बजे अपराह्न को वे तुमकुरु में एचएएल हेलीकॉप्टर कारखाने का लोकार्पण करेंगे और विभिन्न विकास योजनाओं का शिलान्यास भी करने वाले हैं। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री बैंगलुरु में भारत ऊर्जा सप्ताह 2023 का उद्घाटन करेंगे। इसका आयोजन 6 से 8 फरवरी तक होगा तथा इसका उद्देश्य ऊर्जा अंतरण महाशक्ति के रूप में भारत की बढ़ती क्षमता को प्रदर्शित करना है। इस आयोजन में पारंपरिक और गैर-पारंपरिक ऊर्जा उद्योग, सरकारों और अकादमिक जगत की हस्तियां एकत्र होंगी तथा उन चुनौतियों व अवसरों पर चर्चा करेंगी, जो एक जवाबदेह ऊर्जा अंतरण में मौजूद होती हैं।

पीएम मोदी के इस कार्यक्रम में दुनिया भर के 30 से अधिक मंत्रियों की उपस्थिति रहेगी। 30,000 से अधिक प्रतिनिधि, 1000 प्रदर्शनकर्ता और 500 वक्ता भारत के ऊर्जा भविष्य की चुनौतियों व अवसरों पर चर्चा करेंगे। कार्यक्रम के दौरान, प्रधानमंत्री वैश्विक तेल व गैस संस्थानों के सीईओ के साथ गोलमेज संवाद करेंगे। वे हरित ऊर्जा के क्षेत्र में अनेक पहलों का शुभारंभ भी करने वाले हैं। गौरतलब है कि भारत सरकार इन दिनों सौर ऊर्जा और हरित ऊर्जा पर ध्यान केंद्रित कर रही। ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के लिये एथेनॉल मिश्रण कार्यक्रम हमेशा से सरकार के कार्यक्रमों के केंद्र में रहा है। सरकार के निरंतर प्रयासों के कारण, इथेनॉल उत्पादन क्षमता में 2013-14 से छह गुना वृद्धि दर्ज की गई है। इथेनॉल मिश्रण कार्यक्रम और जैव ईंधन कार्यक्रम के तहत पिछले आठ वर्षों के दौरान उपलब्धियों ने न केवल भारत की ऊर्जा सुरक्षा को बढ़ाया है, बल्कि इसके परिणामस्वरूप 318 लाख मीट्रिक टन सीओ2 उत्सर्जन में कमी आने के साथ-साथ लगभग 54,000 करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा की बचत भी हुई है। इसके अलावा कई अन्य लाभ भी हुए हैं। इसके परिणामस्वरूप वर्ष 2014 से 2022 के दौरान एथेनॉल आपूर्ति के लिये लगभग 81,800 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया तथा किसानों को लगभग 49,000 करोड़ रुपये से अधिक का ट्रांसफर हुआ है।

गौर करने वाली बात ये भी है कि एथेनॉल मिश्रण रोडमैप के अनुरूप, प्रधानमंत्री 11 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशो में तेल विपणन कंपनियों के 84 रिटेल आउटलेट में ई-20 ईंधन की शुरूआत करेंगे। ई-20 ईंधन के तहत पेट्रोल में 20 प्रतिशत एथेनॉल का मिश्रण किया गया है। सरकार का उद्देश्य है कि 2025 तक एथेनॉल का मिश्रण पूरी तरह 20 प्रतिशत तक पूरा कर लिया जाये। इसके साथ ही तेल विपणन कंपनियां 2जी-3जी एथेनॉल संयंत्र लगा रही हैं, जिससे इस कार्य में प्रगति होगी। प्रधानमंत्री ग्रीन मोबिलिटी रैली को भी झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। रैली में वे वाहन भाग लेंगे, जो हरित ऊर्जा स्रोतों से चलते हैं। रैली से हरित ईंधन के प्रति लोगों को जागरूक में करने मदद मिलने वाली है।